ओरलैंडो। अमरीकी राज्य फ्लोरिडा के ओरलैंडो स्थित ‘गे नाइटक्लब’ में हमला कर 50 लोगों की जान लेने वाला हमलावर उमर मतीन मारा गया है। 29 साल का हमलावर उमर अफगानिस्तान मूल का अमरीकी नागरिक बताया जा रहा है। वह अपने माता-पिता के साथ 1986 में अमरीका आया था और फ्लोरिडा में ही रहता था।
आईएसआईएस की न्यूज पोस्ट करने वाले एक ट्विटर अकाउंट पर उमर को आईएसआईएस का समर्थक बताया जा रहा है। उमर मतीन कंपनी जी4एस में काम करता था। हमले से पहले उसने इमरजेंसी नंबर पर कॉल किया था।
मतीन का नाम वर्ष 2013 और 2014 में अमरीकी इन्वेस्टिगेटर्स की लिस्ट में आया था। शक था कि उसके रिश्ते इस्लामिक कट्टरपंथियों से हैं। मतीन ने अपने को-वर्कर्स के साथ बातचीत में आतंकियों के साथ रिश्तों को लेकर कमेंट्स किए थे।
एफबीआई ने इस मामले में पूरी जांच की। गवाहों के बयान लिए गए और मतीन को सर्विलांस पर रखा गया। मतीन से भी दो बार पूछताछ हुई। लेकिन उसके खिलाफ कुछ सबूत नहीं मिला और बाद में उसे छोड़ दिया गया।
पत्नी ने ये खुलासे किए
मतीन का तीन साल का एक बेटा है और उसकी पत्नी सितोरा अलीशेरजोदा यूसुफी उज्बेकिस्तान मूल की है। उसकी पूर्व पत्नी ने मतीन को लेकर कई खुलासे किए है। दोनों की शादी मार्च 2009 में हुई थी।
वाशिंगटन पोस्ट में छपी रिपोर्ट के मुताबिक उसकी पत्नी ने मतीन के बारे में कहा है ‘वह हिंसक और मानसिक रुप से अस्थिर था। वह शादी के बाद मेरे साथ मारपीट भी करता था। वह मुझे घर में बंद करके रखता था और मेरे घर के लोगों से बातचीत नहीं करने देता था।
हम आठ साल पहले ऑनलाइन मिले थे और उसके बाद मैं उससे मिलने फ्लोरिडा आ गई। शुरू में सब ठीक था लेकिन बाद में वह गाली-गलौज करने लगा। वह घर आता था और छोटे-छोटे बहाने बनाकर अचानक मुझे पीटना शुरू कर देता था। उसकी पत्नी ने मतीन के स्टरॉयड लेने की भी बात कही।
सदमे में मतीन का पिता, मांगी माफी
मतीन के पिता मीर सिद्दीक का कहना है कि उसका बेटा धार्मिक नहीं था, लेकिन कुछ दिनों पहले जब उसने मियामी में दो समलैंगिकों को एक-दूसरे को चूमते हुए देखा वो परेशान हो उठा। मीर सिद्दीक का दावा है कि गे यानी समलैंगिक के प्रति नफरत के कारण मतीन ने ऐसा किया होगा।
इस घटना के बाद मीर सिद्दीक ने कहा कि उसका परिवार भी समलैंगिकों के नाईटक्लब पर हुए हमले से सदमे में हैं। सिद्दीक ने कहा कि हम इस पूरी घटना के लिए माफी मांग रहे हैं। उसकी तरफ से की गई किसी भी कार्रवाई के बारे में परिवार वालों को नहीं पता था। हम पूरे देश की तरह सदमे में हैं और इस घटना का धर्म से कोई लेना देना नहीं है।