नई दिल्ली/जम्मू। किसी न किसी कारणों से जम्मू में हिंसा और विरोध प्रदर्शनों की वारदातें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। मंगलवार को शहर के एक प्राचीन मंदिर में कथित तौर तोड़फोड़ और अपवित्र किए जाने के बाद से शुरू हुए विरोध प्रदर्शनों के बाद बुधवार को जम्मू में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलम्बित कर दी गईं।
इसी मुद्दे पर बुधवार को विधानसभा में हंगामा हुआ। जम्मू के रूप नगर में स्थित इस प्राचीन मंदिर में एक मानसिक रूप से विक्षिप्त व्यक्ति ने कथित तौर पर तोड़फोड़ की थी, जिसके बाद शहर में विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गए। इस घटना के बाद मंगलवार से ही शहर में तनाव व्याप्त है।
मंदिर को अपवित्र किए जाने की खबर शहर में फैलने के बाद प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार रात रात तीन वाहनों को आग लगाकर पुलिस पर पथराव किया था। पुलिस ने उस व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है, जिसने कथित तौर पर मंदिर को नुकसान पहुंचाया है।
इस प्रकरण में पुलिस ने जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर रखी है और लोगों के बाहर निकलने पर पाबंदी लगा दी गई है।
जम्मू के उपायुक्त सिमरनदीप सिंह ने बताया कि सुरक्षात्मक उपाय के तहत, हमने स्थिति के सामान्य होने तक मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को निलंबित रखने का फैसला किया है। सिंह ने कहा कि शीर्ष पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मंगलवार रात से ही स्थिति का निरीक्षण कर रहे हैं और स्थिति को बिगड़ने से रोकने के लिए मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को निलंबित करने का फैसला किया गया।
उन्होंने कहा कि यदि स्थिति सामान्य रहती है तो शाम के समय मोबाइल इंटरनेट सेवाओं का निलंबन हटा दिया जाएगा। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुलिस की पर्याप्त तैनाती की गई है।
डीएम ने कहा कि आरोपी शख्स पहले ही गिरफ्तार हो चुका है। धारा 144 की अभी जरूरत नहीं है, परिस्थिति अब काफी नियंत्रण में है। घटना के पीछे की वजह अभी तक पता नहीं लग पाई, उन्होंने बताया कि भीड़ के उग्र होने पर लाठीचार्ज किया गया और आंसू गैस के गोले दागे गए।