जयपुर। एसीबी ने बुधवार सुबह जयपुर के वैशाली नगर इलाके में बड़ी कार्रवाई कर जेडीए के प्रवर्तन अधिकारी (ईओ) सुरेश परेवा को एक लाख रुपए की रिश्वत लेते धर दबोचा। ये रिश्वत एक भूखण्ड से कब्जा हटाने और अवैध निर्माण तोडऩे की एवज में ली जा रही थी।
जानकारी के मुताबिक श्याम नगर निवासी एक व्यक्ति ने शिकायत की थी कि विश्व नगर में उसका एक भूखण्ड है जिस पर पड़ौसी ने कब्जा करते हुए करीब पांच फीट तक दीवार बना दी। इसे हटवाने के लिए उसने जेडीए में शिकायत की।
जोन 11 के प्रवर्तन अधिकारी सुरेश परेवा के पास मामला आने पर उसने परिवादी से कब्जा हटाने की एवज में चार लाख रुपए मांगे। इस पर परिवादी ने इसकी शिकायत एसीबी में की। एसीबी ने शिकायत के सत्यापन के बाद एएसपी बजरंग सिंह शेखावत के नेतृत्व में एक टीम गठित की।
टीम के कहे अनुसार परिवादी एक लाख रुपए लेकर परेवा के बताई जगह नेशनल हैण्डलूम वैशाली नगर पहुंच गया। जैसे ही परिवादी ने रुपयों का बंडल दिया, वैसे ही एसीबी की टीम ने सुरेश को दबोच लिया।
इस दौरान उसने भागने का प्रयास भी किया, लेकिन टीम के अन्य सदस्यों ने उसे पकड़ लिया और वैशाली नगर थाने ले आई।
मुंह छिपाता रहा घूसखोर
वैशाली नगर थाना पहुंचने के बाद परिवादी मीडिया व अन्य लोगों से मुंह छिपाता रहा और रोने लगा। वैशाली नगर थाने से ही एक टीम परेवा घर और कुछ अधिकारी जेडीए स्थित कार्यालय पहुंचे और तलाशी शुरू कर दी।
सैकड़ों शिकायतें, लेकिन कार्रवाई कुछ पर
जेडीए में इस तरह की सैंकड़ों शिकायतें होती है, लेकिन उन पर कार्रवाई के नाम पर कुछ नहीं होता। प्रवर्तन शाखा के सीआई अपने उच्च स्तर पर बैठे अधिकारियों की एक नहीं सुनते और मनमर्जी से काम कर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देते है। जेडीए प्रशासन में इन अधिकारियों की कई शिकायतें भी होती है, लेकिन प्रशासन भी इनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं करता।