कोलकाता/नई दिल्ली। देश की जानी-मानी आईटी कंपनी विप्रो पश्चिम बंगाल में विशेष आर्थिक क्षेत्र (सेज) स्थापित करना चाहती है। विप्रो ने इसके लिए राजारहाट-न्यूटाउन को चुना है।
विप्रो की तरफ से इसके लिए केंद्र सरकार के समक्ष आवेदन भी किया जा चुका है। आगामी 22 जून को इस आवेदन पर बोर्ड आव एप्रुवल विचार करेगा। हालांकि राज्य की ममता बनर्जी सरकार का सेज के प्रति नकारात्मक नजरिया रहा है।
वैसे विप्रो पहले ही राज्य में सेज का निर्माण कर चुकी है। साल्टलेक के सेक्टर फाईव में साल 2004 में विप्रो ने अपना विशाल परिसर स्थापित किया था जिसे देश का पहला विशेष आर्थिक जोन होने का खिताब हासिल है।
संस्था अपने इस कैंपस का विस्तार करना चाहती है लेकिन जगह की कमी के चलते ऐसा संभव नहीं हो पा रहा है। कंपनी ने साल 2010 में वाम सरकार के कार्यकाल में राजारहाट में पचास एकड जमीन अधिग्रहित की थी।
इस भू भाग पर वह नया सेज स्थापित करना चाहती है। पिछले साल ही विप्रो की तरफ से राज्य सरकार को बताया गया था कि इस नेय कैंपस में ढाई हजार कर्मियों की नियुक्ति की जाएगी।