नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया और उपाध्यक्ष राहुल गांधी को वीर विनायक दामोदर सावरकर के खिलाफ टिप्पणी को लेकर मानहानि का नोटिस भेजा गया है। सावरकर के रिश्तेदार रंजीत सावरकर ने कांग्रेस पार्टी द्वारा ट्विट करके सावरकर को ‘गद्दार’ बताने के आरोप में ये नोटिस भेजा है।
दरअसल भगत सिंह की पुण्यतिथि 23 मार्च के मौके पर किए गए एक ट्वीट में कहा गया था कि भगत सिंह ने ब्रिटिश राज से आजादी के लिए जंग छेड़ी, वीडी सावरकर ने रहम की भीख मांगी, ब्रिटिश राज में एक गुलाम बनने के लिए। ट्विटर पर की गई टिप्पणी के लिए किसी भी राजनीतिक दल को नोटिस भेजे जाने का शायद यह पहला मामला है।
सावरकर के रिश्तेदार का आरोप है कि कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से गत मार्च महीने में जो ट्वीट्स पोस्ट किए गए थे, उनसे वीर सावरकर का अपमान हुआ है। सावरकर परिवार के वकील हितेश जैन ने शनिवार को यह नोटिस भेजा है।
कांग्रेस नेताओं के भेजे गए इस नोटिस में कांग्रेस पार्टी द्वारा किए गए उन सभी ट्वीट्स का जिक्र है जो गत 5, 22 और 23 मार्च को किए गए थे। उनमें तस्वीरों, पोस्टर्स और बयानों के जरिए विनायक दामोदर सावरकर को ‘गद्दार’ बताया गया था।
वकील हितेश जैन द्वारा भेजे गए नोटिस में कहा गया कि कांग्रेस और उसके नेताओं ने ट्वीट के जरिए एक बहादुर, हिम्मतवाले, ईमानदार और महान राष्ट्रवादी नेता का अपमान किया।
नोटिस में कांग्रेस नेताओं से मांग की गई है कि वे नोटिस मिलने के बाद 48 घंटे के भीतर इसी ट्विटर हैंडल के जरिए सावरकर और उनके परिवार से बिना शर्त माफी मांगे। फिलहाल कांग्रेस की ओर से इस पर कोई प्रतिक्रया नहीं आई है।