जलपाईगुडी। मां अपनी संतान को हर बुरी नजर से बचाती है। दुख का साय तक पडने नहीं देती। उसके लिए ढाल बनकर खडी रहती है लेकिन जलपाईगुडी के क्रांति इलाके के योगेश चंद्र चाय बगान इलाके की एक मां रीना उरांव ने ‘मां’ शब्द को कलंकित किया है।
इस कलयुगी मांग पर अपने ही छह साल के पुत्र शेखर उरांव की हत्या करने का आरोप है। सोमवार सुबह को इस घटना के बाद से इलाके में उत्तेजना का माहौल है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस ने अभियुक्त मां रीना उरांव को हिरासत में लिया है।
रीना के पति सुरेन उरांव ने बताया कि चाय बगान जाने से पहले मैं घर के कुछ दैनिक कार्यों में व्यस्त था। अचनाक घर के भीतर से अपने बेटा का चिल्लाने का आवाज सुना। मैंने देखा मेरी पत्नी अपने बेटे को धारदार हथियार से वार कर रही थी।
मैंने किसी तरह अपने बेटे को उसकी मां से बचाया और उसे स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र ले गया। लेकिन उसकी गंभीर हालत को देखते हुए चिकित्सकों ने उसे जलपाईगुडी जिला अस्पताल में रेफर किया। लेकिन जलपाईगुडी अस्पताल में एक घंटा के चिकित्सका के बाद मेरे लाल ने दम तोड दिया।
मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि आखिर 6 साल के मासूम बेटे ने क्या किया कि मेरी पत्नी ने उसे धारदार हथियार से मार डाला। परिजनों से पता चला कि रीना दो साल पहले मानसिक रोग का शिकार हुई थी। लेकिन बाद में वह ठीक हो गयी।
जलपाईगुडी जिला पुलिस सुपर आकाश मेघरिया ने बताया कि अभियुक्त महिला रीना उरांव को गिरफ्तार किया है। उसने क्यों अपने बेटे की हत्या की, इसे लेकर जांच-पडताल की जा रही है।