सबगुरु न्यूज-सिरोही। आगामी 27 व 28 जून को सिरोही में छह मंत्रियों के प्रवास से पूर्व की तैयारी बैठक लेने आए प्रदेश भाजपा संगठन मंत्री अशोक लाहोटी ने बैठक के बाद पत्रकार वार्ता की। लेकिन छह मंत्रियों के जिले में आने के बाद प्रदेश के सभी जिलों में जनता और कार्यकर्ता संतुष्ट हो जाएंगे, इस सवाल का जवाब वे नहीं दे पाए। हां, उठते हुए उन्होंने यह जरूर कहा कि हम बेहतर करेंगे।
संपर्क पोर्टल पर फर्जी डिस्पोजल दिखाने की बात पर उन्होंने कहा कि ऐसे अधिकारियों को सामने लाएं कार्रवाई होगी। भ्रष्ट अधिकारियों के न्यायालय के स्टे लाकर फिर से अपनी कुर्सी पर काबिज होने और फिर से भ्रष्टाचार शुरू करने के सवाल पर उन्होंने न्यायालय के आदेश की मजबूरी बताई। ऐसे अधिकारियों के स्टे को वेकेट करवाने के लिए जयपुर स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं होने के सवाल पर वह स्थानीय नेताओं से चर्चा करके इस तरह के मामलों के निस्तारण की बात करते दिखे। पुराने और समर्पित कार्यकर्ताओं को हाशिये पर डालने के सवाल पर उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की सूचियां उन्हें दी जाए।
उन्होंने कहा कि उन्होंने ऐसे लोगों की सूची बनाने के लिए कहा भी है जो पुराने और समर्पित रहे हैं और किसी कारण से नाराज हैं। बूथ कार्यकर्ताओं को पूछने को चुनाव की तैयारी मानने पर उन्होंने कहा कि राजनीतिक पार्टी पूरे साल ही चुनाव की तैयारी में रहती है। पंचायत, निकाय, समितियोें समेत कई चुनाव चलते ही रहते हैं।
-यह मंत्री आएंगे
अशोक लाहोटी ने पत्रकारों को बताया कि आगामी 27 व 28 जून को सिरोही में प्रभारी मंत्री राजेन्द्र गहलोत, गजेन्द्रसिंह खींवसर, डाॅ दिगम्बरसिंह, सुरेन्द्रसिंह टीटी, अमराराम चैधरी व ओटाराम देवासी आएंगे। वह यहां पर छह चरणों में बैठक करेंगे। यहां से कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों, पूर्व कार्यकर्ताओं, पूर्व जनप्रतिनिधियों, जनसंघ के कार्यकर्ताओं पर पदाधिकारियों से मिलेंगे। और उनसे मिलने वाले फीडबैक को मुख्यमंत्री और प्रदेशाध्यक्ष को बताएंगे। ताकि आगामी दो साल में जिले में करवाए जा सकने वाले कामों का ड्राफट तैयार करवा सकें।
-यह होगा छह सेशन में
लाहोटी ने बताया कि छहों मंत्री छह सेशन लेंगे। इसमें प्रथम सेशन बूथ कार्यकर्ताओं का होगा। इसमें उनकी राय ली जाएगी। दूसरा सेशन में मंडलों की बैठक होगी। इसमें उनके अध्यक्ष व कार्यकर्ताओं से दो-दो मंत्री मिलेंगे। प्रत्येक कार्यकर्ता उसकी मन की बात रखेगा। किसका रवैया ठीक नहीं है। धरातल पर काम हो रहा है या नहीं इन सब पर चर्चा होगी।
तीसरे चरण में पूर्व कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों, जनप्रतिनिधियों के साथ वर्तमान, पदाधिकारियों व जनप्रतिनिधियों की बैठक होगी।
चैथे चरण मंे कोर कमेटी की बैठक होगी। पांचवे चरण में छहों मंत्री, सांसद व विधायक बैठक करेंगे। पांचवे चरण में छहों मंत्री, जनप्रतिनिधि जिला कलक्टर व अन्य अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। इसमें जिला स्तर पर निराकरण वाली समस्याओं का यहीं निस्तारण करवाने तथा राज्य स्तरीय समस्याओं को राज्य स्तर पर निराकरण के लिए मुख्यमंत्री से चर्चा की जाएगी।
उन्होंने दावा किया कि मात्र राजस्थान ही ऐसा प्रदेश है जहां पर मुख्यमंत्री और मंत्री जनता के पास जाकर उनकी समस्याएं जान रहे हैं। वहीं अन्य प्रदेशों में जनता की समस्याओं का समाधान तक नहीं हो पा रहा है।