धर्मशाला। पूर्व भारतीय क्रिकेटर और दिग्गज स्पिनर रहे अनिल कुबंले टीम इंडिया के नए मुख्य कोच के तौर पर चयन हुआ है। धर्मशाला में चल रहे बीसीसीआई के वार्षिक कान्कलेव में बोर्ड ने अनिल कुबंले के नाम पर मुहर लगाते हुए उन्हें एक साल के लिए टीम इंडिया के मुख्य कोच के पद नियुक्त किया।
अनिल कुबंले के नाम की घोषणा बीसीसीआई के अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने पत्रकार वार्ता में बोर्ड के सचिव अजय शिर्के की उपस्थिति में की। अनुराग ने कहा कि इससे पूर्व कोच का चुनाव बोर्ड का अध्यक्ष ही करते थे लेकिन पहली बार इसके लिए पारदर्शितापूर्ण चयन प्रक्रिया को अपनाया गया।
टीम इंडिया को 16 साल के बाद भारतीय कोच मिला है। इतने लंबे अरसे के बाद टीम इंडिया को भारतीय कोच देने पर पूछे गए सवाल के जबाव में अनुराग ठाकुर ने चुटकी लेते हुए बताया कि उन्होंने वर्ष 2000 में एचपीसीए के अध्यक्ष बना था वहीं अब 2016 में अब बीसीसीआई का अध्यक्ष बना हंू। ऐसे में एक भारतीय कोच की नियुक्ति टीम इंडिया के लिए बेहतर साबित होगी।
उन्होंने कहा कि अनिल कुबंले का चयन पारदर्शिता तथा लंबे विचार-विर्मश के बाद किया गया क्योंकि कुबंले का भारतीय क्रिकेट में बेहतरीन योगदान रहा है।
उन्होंने कहा कि जब पूर्व में बोर्ड के अध्यक्ष जगमोहन डालमिया थे और मैं सचिव था तब इस प्रक्रिया को शुरू करने की पहल करते हुए क्रिकेट एडवाईजरी बॉडी का गठन किया गया था जिसमें तीन पूर्व क्रिकेट खिलाडिय़ों को शामिल किया गया। इन खिलाडिय़ों में कोच के पद के लिए सामने आए उम्मीदवारों का साक्षात्कार कर अंतिम सूची बोर्ड को दी।
अनुराग ने बताया कि अनिल कुबंले इस माह वेस्ट इंडीज जाने वाली टीम इंडिया के साथ बतौर कोच अपना कार्यभार संभालेंगे। उन्होंने कहा कि एक साल के कार्यकाल के बाद अनिल कुबंले के काम-काज का लेखा जोखा लेकर आगामी समय के लिए उनका दोबारा या किसी अन्य कोच का चयन किया जा सकता है।
इस चयन प्रक्रिया पर और जानकारी देते हुए बोर्ड के सचिव अजय शिर्के ने बताया कि अंतिम सूची में कुल 11 नाम थे जिनमें चार विदेशी नाम भी शामिल थे। उन्होंने बताया कि धर्मशाला में करीब आठ घंटे चली मेराथन बैठक के बाद कोच का चयन किया गया।
अनुराग ने कहा कि टीम इंडिया के लिए एक बेहतरीन कोच चाहिए था जोकि अनिल कुबंले से बढिय़ा और कोई नही हो सकता था।