बारडोली। बैंक मे पैसे भरने आते ग्राहकों को कागज की गड्डी थमा कर नकदी पार कर जाने वाली गैंग के तीन शख्सो को बारडोली पुलिस ने महाराष्ट्र के नवापुर से गिरफ्तार किया। पुलिस ने उनके पास से एक कार भी बरामद की।
गत 10 जून को इस गैंग ने बारडोली की स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की शाखा मे कागज की गड्डी देकर एक पुलिसकर्मी के साथ ही चीटिंग करने की कोशिश की थी। लेकिन पुलिसकर्मी होने की भनक लग जाने से तीनों शातिर मौके से भाग निकले थे।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार गत 10 जून को सुबह 10 बजे बारडोली पुलिस का एक जवान नितिन रमण स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की शाखा मे पैसे भरने के लिए गया था। उसी समय बैंक मे कागज की गड्डी पर असली नकदी नोट रखकर चीटिंग करने वाली गैंग दिखाई दी।
इस गैंग ने नितिन के साथ ही चीटिंग करने की कोशिश की लेकिन नितिन ने तुरंत बारडोली पुलिस के डी स्टाफ को जानकारी देते ही इसकी भनक इस चिटर गैंग को लग गई। जिसके कारण तीनों एक कार मे बैठकर भागने लगे।
नितिन ने स्टाफ को सूचना देते ही डी स्टाफ ने लिमड़ा चौक विस्तार मे कार को रोकने की कोशिस की लेकिन कार चालक ने एएसआई कान्ति सुरति को चपेट मे ले लिया और तेजी से कार भागा कर ले गए।
पुलिस ने कार का नंबर नोट कर लिया था। इसी नंबर के आधार पर पुलिस ने जांच की लेकिन कई दिन तक कोई पता नहीं चला। बाद मे बुधवार को एएसआई कान्ति सुरति को मुखबिर से सूचना मिली कि उपरोक्त कार महाराष्ट्र के नंदुरबार जिले के नवापुर से वलसाड की और जाने वाली है।
इसी सूचना के आधार पर सूरत जिला पुलिस अधीक्षक मयूरसिंह चावडा की सूचना और मार्गदर्शन मे बारडोली पीआई आरआई पारेख ने एक टीम बनाकर नवापुर रवाना की थी, पुलिस ने नवापुर मे एक रोड पर निगरानी रखी थी तभी संदिग्ध कार आते हुए दिखाए देते ही पुलिस ने रास्ता रोक उसे रोकने की कोशिश की लेकिन कार चला रिवर्स लेकर कार भगाने लगा।
पुलिस ने फिर से नाकाबंदी की तो कार मे सवार तीनों कार मौक पर ही छोड़ कर भागने लगे। पुलिस ने पीछा कर तीनों को पकड़ लिया। पुलिस पूछताछ मे उन्होंने उनकी पहचान भगवानदास उर्फ रवि हरीनाथ शाह (निवासी वलसाड, मूल फ़तेहपुर, यूपी), सुनील उर्फ मंगी अशोक प्रजापति (निवासी वलसाड, मूल निवासी जोधपुर राजस्थान), अरु बीपीनसिंग उर्फ छोटू संतोषसिंग ठाकुर (निवासी पारडी, वलसाड, मूल निवासी गुलबहार, मध्यप्रदेश) के रुप मे दी।
पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर कोर्ट मे पेश करने की कार्रवाई शुरू की है। पुलिस के मुताबिक रिमांड के दौरान और भी मामले सामने आ सकते है। यह गैंग खास कर एसबीआई, बैंक ऑफ बड़ौदा और पंजाब नेशनल बैंक की शाखा को निशान बनाते है। पुलिस ने जांच शुरू की है।