भाण्डेर। सर्विस टैक्स बढऩे के बाद भारतीय स्टेट बैंक ने खाते से ट्रांजेक्सन को महंगा कर दिया है। अब हर महीने बैंक से तीन और एटीएम से छह बार ट्रांजेक्सन फ्री रहेगा।
इसके बाद हर ट्रांजेक्सन पर 57 रू. का चार्ज देना पड़ेगा। रिजर्व बैंक ने 1 नवंबर 2014 को अंतर बैंक एटीएम उपयोग के लिए देश के छह बड़े शहरों में प्रभार लगाने कार आदेश जारी किया था।
भारतीय स्टेट बैंक समूह ने 1 जून से सर्विस टैक्स बढऩे के बाद अब बैंक ने पुराने नियम में परिवर्तन कर दिया गया है। अब कोई भी उपभोक्ता अपने खाते 9 फ्री ट्रांजेक्सन कर सकता है। वह तीन बार बैंक से और छह बार एटीएम से फ्री ट्रांजेक्सन कर सकता है।
इसके बाद प्रत्येक ट्रांजेक्सन पर 57 रू. चार्ज लगेगा। स्टैट बैंक के साथ ही दूसरे बैंको ने भी ट्रांजेक्सन चार्ज बढ़ा दिया है। और इसका भार उपभोक्ताओं पर पड़ेगा।
अधिकांश उपभोक्ता लेन देन करने के लिए एटीएम का उपयोग करते हैं। अंतर बैंक चार्ज बढ़ जाने के कारण उपभोक्ताओं पर बोझ बढ़ेगा। चार्ज बढऩे से सबसे ज्यादा परेशानी छात्रों को होगी।
बैंकों के छोटे उपभोक्ता महीने में कई जरूरत के अनुसार रकम निकालने के लिए एटीएम का उपयोग करते हैं। नौकरी पेशा , विद्यार्थी , महिलाएं ओर बचत खाते के उपभोक्ता हर महीने थोड़े थोड़े रू. निकलाते हैं।
ऐसे में चार्ज बढ़ जाने से सबसे ज्यादा परेशानी ऐसे विद्यार्थीयों को होगी। जो अपने घर से दूर पढ़ते हैं। और घर भेजे गए रू. के हिसाब से निकालते रहते हैं। ट्रांजेक्सन चार्ज में वृद्वि होने से छोटे उपभोक्ताओं पर इसका सबसे ज्यादा असर होगा।
इनका कहना है
सर्विस टैक्स में वृद्वि हो जाने के कारण अब 09 ट्रांजेक्सन करने के बाद 57 रू. उपभोक्तओं को चुकाने होंगे। पहले 14.5 प्रतिशत् था। अब 0.5 बढ़ गया है।
देवेन्द्र शुक्ला, बैंक प्रबंधक, भारतीय स्टैट बैंक सालोन बी