झांसी। अक्सर आपने यह देखा होगा कि पुलिस बिना कुछ कहे ही सरेराह किस भी इंसान को पकड़कर पीटने लगती है। लेकिन बुन्देलखण्ड की झांसी के एक छोटे से गांव के ग्रामीणों ने पुलिस को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा, इतना पीटा कि पुलिस कर्मी बेहोश तक हो गए।
झांसी से करीब 80 किलोमीटर दूर गुरसराय के सिंगार गांव में परिवारिक विवाद में बहन अपने भाई करण की शिकायत थाने में कर दी। पीड़िता की शिकायत लेकर दो सिपाही करण को गिरफ्तार करने के लिए पहुंचे।
करण ने कारण पूछा और दोषी नहीं होने पर पुलिसवालों के साथ जाने से मना कर दिया। इस पर सिपाहियों ने मारपीट शुरू कर दी। आरोप है कि सिपाहियों ने करण को इतना पीटा कि वह बेहोश हो गया। जिसके बाद सिपाही उसी हालत में उसे छोड़कर भागने लगे।
यह देखकर ग्रामीणों को गुस्सा आ गया और भाग रहे सिपाहियों को पीटना शुरु कर दिया। भीड़ को पीटता देखकर महिलाओं ने भी चप्पलों से सिपाहियों को पीटा। इतना पीटा कि सिपाहीयों के कपड़े तक फट गए। उसके से एक सिपाही तो पिटाई से बेहोश तक हो गया।
घटना के बारे में जानकारी मिलते ही थानेदार व कई थानों की पुलिस लेकर गांव पहुंचे। गुस्साई भीड़ को कार्रवाई का भरोसा दिला कर शांत कराया।
थानेदार का कहना है कि घायल सिपाहियों व करण को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं सिपाहियों की तहरीर के आधार पर ग्रामीणों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।