बीजिंग। चीन की राजधानी बीजिंग हर साल चार इंच नीचे धंसती जा रही है। नीचे धंसने की यह गति शहर के शाओयांग क्षेत्र में तो और भी ज्यादा है। यह धंसान और भी कहीं ज्यादा है।
वैज्ञानिकों के अनुसार इसकी प्रमुख वजह शहर में गगनचुंबी इमारतों का लगातार बढ़ते जाना, सडक़ों, आधारभूत शहरी सुविधाओं का जमीन पर बढ़ता बोझ, भूजल का तेजी से दोहन आदि हैं।
रिपोर्ट सेन्सिंग जर्नल में छपे एक नए शोध पत्र के अनुसार बीजिंग का शाओयांग जिला इस धंसान से सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र है। इस क्षेत्र में बड़ी तादाद में होटल और दफ्तरों का जाल बिछा है। वैज्ञानिकों का कहना है कि भू-गर्भ में पानी कम होने से धंसान होती है।
बीजिंग शहर में औद्योगिक, कृषि तथा लगातार बढ़ती मानव आबादी की आवश्यकताओं के लिए भूजल का ही इस्तेमाल होता है। अध्ययन के अनुसार चीन की राजधानी बीजिंग के नीचे धंसने का क्रम वर्ष 1935 से शुरू हुआ और वैज्ञानिक मानते हैं कि इसकी वजह भू-विज्ञान संबंधी तथा मनुष्य द्वारा निर्मित हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार अमरीका का न्यू ऑर्लियंस शहर भी नीचे धंस रहा है, लेकिन उसके धंसने की रफ्तार बीजिंग के धंसने की रफ्तार से लगभग आधी है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इतनी तेजी से हो रही धंसान आबादी और आधारभूत ढांचे की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है। उनका मानना है कि जिस रफ्तार से शहर बढ़ रहा है, भूजल का स्तर कम हो रहा है, पहले से ही पानी की कमी वाले इस शहर में समस्या और विकट होती जा रही है।