उदयपुर। भाजपा के पटेल सर्कल स्थित कार्यालय में कैमरे लगाए जाने का भाजपा के ही एक गुट ने विरोध किया है।
इस गुट का कहना है कि राज्य के मंत्री गुलाबचंद कटारिया और उनके समर्थक नहीं चाहते है कि कार्यकर्ता कटारिया विरोधी नेताओं के समक्ष खुलकर अपनी समस्याओं को रख सकें। इसी कारण कैमरे लगाएं गए है। इधर जिलाध्यक्ष का कहना है कि पूर्व में भी कार्यालय में चोरी हो चुकी है और ऐसे में सुरक्षा की दृष्टि से ये कैमरे लगाएं गए है।
भाजपा के पटेल सर्कल स्थित कार्यालय में भाजपा नेताओं की सहमति से सीसीटीवी कैमरे लगाएं गए है। कार्यालय में एक साथ कई कैमरे लगाकर वहां पर होने वाली गतिविधियों की रिकार्डिंग की जा रही है। इन कैमरों के बारे में पता चलने पर कटारिया विरोधी गुट में आक्रोश व्याप्त हो गया है।
भाजपा पार्टी कार्यालय पर लगे कैमरों पर भाजयूमो ने कड़ा विरोध जताया। भाजयूमो नेता गोविन्द दीक्षित व प्रदीप श्रीमाली ने पार्टी कार्यालय में सीसी टीवी कैमरे लगााने पर कड़ा विरोध जताया एवं कहा कि यह कार्य संगठन हित मेें नहीं है। इस तरह का कार्य छोटी मानसिकता को दर्शाता है।
भाजयूमो नेता गोविन्द दीक्षित ने बताया कि कैमरों को पार्टी कार्यालय में इसीलिए लगाया गया कि पूर्व में पीएचडी मंत्री किरण माहेश्वरी ने जन सुनवाई की व कार्यालय में कार्यकर्ताओं से रूबरू हुई उनकी पीड़ा को समझा और उनके साथ खड़ी रही। जिसके चलते कटारिया और उनके नेताओं को यह बात पसन्द नहीं आई, जिसके चलते उन्होंने यह कदम उठाया जिसके चलते कार्यकर्ताओं पर दबाव बनाया जा सकें।
भाजयुमो नेता एवं पूर्व जिला उपाध्यक्ष प्रदीप श्रीमाली ने कहा कि कैमरे लगाने जैसी हरकतों का होना कार्यकर्ताओं के आत्म सम्मान को ठेस पहुंचाने जैसा है। क्योंकि संगठन का कार्यालय कार्यकर्ताओं के लिए मन्दिर जैसा है ना कि कोई कॉर्पोरेट ऑफिस जैसा है जिसमें कोई कैमरे लगाए जाए।
इन कैमरों को लगाने के पीछे कटारिया ने भारतीय जनता पार्टी कार्यालय उदयपुर को प्राइवेट लि. कम्पनी बनाने की कोशिश की है। भाजयूमो कार्यकर्ता युवामोर्चा के राजेश चौहान, नेमीचन्द आचार्य, ललित सेन सहित अनेक कार्यकर्ताओं ने विरोध दर्ज करवाया।