श्रीनगर/नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और अमरनाथ श्राइन बोर्ड के अध्यक्ष एवं गवर्नर एन.एन वोहरा ने शनिवार को अमरनाथ गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन किए और पूजा अर्चना की। इसके साथ ही उन्होंने हजरत बल पर भी दुआ मांगी।
राजनाथ सिंह ने शनिवार को अपने ट्विटर अकाउंट के माध्यम से इस खबर की जानकारी देते हुए कहा कि आज सुबह पवित्र अमरनाथ जी के दर्शन करके वह खुद को बहुत धन्य महसूस कर रहे हैं। राजनाथ सिंह और एनएन वोहरा ने आज सुबह हैलिकॉप्टर से अनंतनाग जिले में स्थित अमरनाथ जी की पवित्र गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन करने पहुंचे।
विश्व प्रसिद्ध अमरनाथ यात्रा शनिवार से शुरू हो गई। बालटाल से यात्रा का पहला जत्था भगवान भोले नाथ के दर्शनों के लिए रवाना हो गया। यह यात्रा जम्मू से एक दिन पहले शुरू होती है। इसलिए शुक्रवार को जम्मू से यात्रियों का पहला जत्था उप मुख्यमंत्री निर्मल सिंह ने आधार शिविर भगवती नगर से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। अमरनाथ यात्रा को लेकर लंगर वालों में भी काफी उत्साह देखने को मिला रहा है।
इस बार मौसम विभाग ने मौसम अनुकूल रहने के कारण बाबा बर्फानी के यात्रा के अंत तक अपने आकार में बने रहने की उम्मीद जताई है और यात्रियों को उनके दर्शनों का सौभाग्य मिलेगा। जम्मू से शनिवार को दूसरा जत्था रवाना हुआ। कुल 33 बसों में रवाना किए गए यात्रियों की संख्या 1214 है।
अमरनाथ यात्रा को सुरक्षित बनाने का आश्वासन
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने पांपोर हमले के बाद उत्पन्न हालात व अमरनाथ यात्रा के दौरान किए गए सुरक्षा प्रबंधों की समीक्षा करते हुए यात्रा को निर्विघ्न व सुरक्षित बनाने का आश्वासन दिया।
शनिवार से शुरु हुई अमरनाथ यात्रा के लिए यात्रियों की सुरक्षा को लेकर राजनाथ सिंह ने कहा कि इस यात्रा के लिए सभी रास्तों पर सीआरपीएफ़ और जम्मू कश्मीर पुलिस की अतिरिक्त कंपनियों को तैनात किया गया है। हाल के दिनों में आतंकी घटनाओं को देखते हुए यात्रियों की सुरक्षा को लेकर पुख़्ता इंतज़ाम किए गए हैं।
पहली बार जम्मू शहर की हवाई सुरक्षा के लिए ड्रोन का इस्तेमाल हो रहा है। पूरी यात्रा में कम से कम एक लाख सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। गृहमंत्री ने राज्य को आश्वासन देते हुए कहा कि व्यापार के लिए बार्डर पर आवाजाही बढ़ाने से लेकर विदेशी सैलानियों को लद्दाख जाने और शहीद हुए पुलिसकर्मियों के परिवारों को जमीन दी जाएगी।
साथ ही उन्होंने राज्य में पूर्ण प्रमाण सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ नागरिकों के जीवन और संपत्ति की रक्षा करने का आश्वासन दिया।