इलाहाबाद। जनपद के झूंसी थानान्तर्गत कोहना गांव में स्थित ईदगाह की दीवार गिरने से पांच मजदूरों की मौत हो गयी। हादसे की जानकारी शनिवार को लगभग दस बजे हुई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय लोगों के सहयोग से मलवे से बाहर निकलवाया और सभी शवों को चीरघर भेज दिया।
हादसे की खबर मिलते मौके पर एसपी गंगापार सहित आलाधिकारी मौके पर पहुंचे। बताया जा रहा है कि ईदगाह के समीप इंटर लाकिंग के कार्य में मजदूर काम में लगे हुए थे।
घटना के सम्बन्ध में बताया जा रहा है कि झूंसी कोहना में स्थित क्रियायोग संस्थान के बगल में स्थित ईदगाह में जाने के लिए इंटर लाकिंग का काम विगत कुछ दिनों से लगा हुआ था। सोरांव थाना क्षेत्र के सठवा गांव के रहने वाला मेठ अपने गांव के चार मजदूरों का काम करा रहा था।
प्रतिदिन की भांति काम बन्द करके ईदगाह की दीवार के पास पन्नी लगाकर रात में खाना खाकर मेठ सहित पांचों लोग सो गए। शुक्रवार की रात हुई बारिश के दौरान ईदगाह की दीवान कब गिरी को पता नहीं चल गया।
शनिवार को जब इंटर लाकिंग का काम नहीं शुरू हुआ तो आस-पास के लोगों को आशंका हुई तो मजदूर जहां रहते थे वहां लोग पहुंचे तो वहां दीवार गिरी हुई थी। लोगों ने पुलिस को सूचना दी। सूचना पर झूंसी थाना प्रभारी पुलिस बल के साथ पहुंचे और इस हादसे के सम्बन्ध मेें आलाधिकारियों को खबर दी।
खबर मिलते ही एसपी गंगापार सहित कई अधिकारी मौके पर पहुंचे और ईदगाह की दीवार की मिट्टी हटवाना शुरू कर दिया। जब वहा से मिट्टी को हटाया गया तो मलवे में दबे हुए मजदूर दिखाई दिए। यह देखते ही स्थानीय लोग भी मिट्टी हटाने में लग गए। जब सभी को बाहर निकाला गया तो मेठ सहित सभी की मौत हो चुकी थी।
खबर मिलते ही ठेकेदार भी वहां पहुंचा। जिसके माध्यम से पुलिस मृत मजदूरों के परिजनों को खबर देने का प्रयास शुरू कर दिया है। पुलिस ने पांचों के शव तत्काल चीर घर भेज दिया है। हालांकि खबर लिखे जाने तक मजदूरों की पहचान नहीं हो पाई थी।
पुलिस अधीक्षक गंगा पार ने बताया कि मेठ सहित पांचों मजदूर ईदगाह की दीवार के बगल पन्नी लगाकर रात में सोये हुए थे और दीवार बारिश के दौरान गिर गई। हादसे की जानकारी देर से इस लिए हो पाई कि उधर से लोगों का आना-जाना कम था। सुबह जब इंटर लाकिंग का काम नहीं शुरू हुआ तो आशंका होने पर मजदूरों की खोजने लगे। इसके बाद लगभग दस बजे पुलिस को सूचना दी गई।