ढाका/नई दिल्ली। बांग्लादेश की राजधानी ढाका में एक लोकप्रिय रेस्तरां पर हुए आतंकी हमले में एक भारतीय सहित 20 लोगों के मारे जाने के बाद दो दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित कर दिया गया है। हमले में मारी गई भारतीय लड़की तारिषि जैन का शव सोमवार को भारत लाया जाएगा।
ढाका में शुक्रवार रात उच्च सुरक्षा वाले गुलशन राजनयिक क्षेत्र स्थित लोकप्रिय रेस्तरां में कुछ आतंकियों ने हमला कर कई लोगों को बंधक बना लिया था। बंधक बनाए गए लोगों में एक भारतीय लड़की तारिषि भी थी, जिसकी आतंकियों ने हत्या कर दी।
आतंकियों ने सभी लोगों से उनका धर्म पूछकर उनके गले रेते। बंधक बनाए गए कुल विदेशी लोगों में से 20 की मौत हुई जबकि 13 बंधकों को सेना ने मुक्त करा लिया। आतंकियों और सेना के बीच मुठभेड में 6 आतंकी मारे गए और 1 आतंकी जीवित पकड़ा गया।
आतंकियों और सेना के बीच लगभग 10 घंटे चली मुठभेड में सुरक्षाबलों ने 6 आतंकियों को मार गिराया, जबकि एक आतंकी पकड़ लिया गया। हमले में मारी गई 19 साल की एक भारतीय लड़की तारिषि की आखिरी बातचीत की जानकारी मिली है। जिसमें उसने रात को करीब डेढ़ बजे अपने रिश्तेदार से बात की और वहां के हालात की जानकारी दी।
उसने अपने रिश्तेदार को बताया था कि फायरिंग चल रही है और चारों ओर अफरा-तफरी मची हुई है। तारिषि ने अपने पिता को फोन करके बताया कि वह और उसके दोस्त टॉयलेट में छिपे हैं और बाहर फायरिंग चल रही है। यह कॉल उसका अंतिम था क्योंकि जब सुबह तारुषि को फोन किया गया तो उधर से किसी का जवाब नहीं आया।
अल्लाह-हू-अकबर का नारा लगाते हुए शुक्रवार को रेस्तरां में घुसे आतंकियों ने करीब 40 लोगों को बंधक बनाए रखा था। आतंकियों ने बंधकों से आयतें सुनाने को कहा था। उन्होंने आयतें सुनाने वाले 18 लोगों को छोड़ दिया था लेकिन अन्य 20 को आतंकियों ने धारदार हथियारों से मार डाला।