न्यूयॉर्क। नोबेल पुरस्कार विजेता और मशहूर पुस्तक ‘नाइट’ के लेखक एली वीसल का न्यूयॉर्क सिटी स्थित उनके घर में शनिवार को निधन हो गया।
87 वर्षीय वीसल को एक कार्यकर्ता, लेखक, दार्शनिक, श्रेष्ठ वक्ता, नाटककार और प्रोफेसर भी थे। बोस्टन यूनिवर्सिटी में मानव विज्ञान के प्रोफेसर रहे एली की स्मृति में यूनिवर्सिटी ने सेंटर फॉर जेविश स्टडी की स्थापना की है।
हिटलर के नेतृत्व में नाजी जर्मनी द्वारा किए गए 60 लाख यहूदियों के सामूहिक जनसंहार से किसी तरह बचने में कामयाब रहे एली अपने पूरे जीवन के दौरान यहूदी नरसंहार में जीवित बचे लोगों की आवाज बने रहे, जिसके लिए उन्हें नोबेल पुरस्कार से भी नवाजा गया।
रोमानिया में जन्मे वीसल ने यहूदी नरसंहार पर ‘नाइट’ नामक पुस्तक लिखी। इसके अलावा उन्होंने 57 अन्य पुस्तकें भी लिखी हैं। वर्ष 1986 में उन्हें शांति के लिए नोबेल पुरस्कार से नवाजा गया।
नोबेल समिति ने शांति के लिए नोबेल देते हुए उन्हें मानवता का दूत बताया था। समिति ने कहा था कि ऐसे युग में जहां एक ओर हिंसा, शोषण, दमन और रंगभेद का दौर चल रहा है, वीसल एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक नेता के रूप में उभरे हैं।
जीवन भर मानव अधिकारों के लिए काम करने वाले वीसल को लॉस एंजेल्स टाइम्स ने ‘अमेरिका के सबसे महत्वपूर्ण यहूदी’ कहकर संबोधित किया था।
वीसल के निधन पर दुनिया के अनेक नेताओं ने शोक संदेश भेजकर उन्हें श्रद्धांजलि दी है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने वीसल को प्रकाश की किरण बताते हुए कहा कि उनका विशिष्ट व्यक्तित्व और उनकी यादगार पुस्तकें बुराई पर मानवता की जीत को दर्शाती है।