भीलवाड़ा। चार कोस तक बांजूदा से उठी चीत्कार की आवाज पहुंच रही थी। गुरुवार सुबह जब श्मशान से धुंआ उठा तो पूरा गांव रो पड़ा। एक चिता पर 11 का अंतिम संस्कार हुआ। हर आंखें नम थी और गला भरा था। रूंद गले से एक ही शब्द निकल रहा था, हे भगवान ऐसा क्यों किया।
बदनोर के निकट बिजयनगर चौराहे पर बुधवार देर रात ट्रोले और ट्रैक्टर ट्रॉली के बीच हुई भीषण भिड़ंत में 13 जनों की मौत हो गई जबकि 35 जने घायल हो गए थे। घायलों में चार की हालत नाजुक बनी हुई है। इनका अजमेर स्थित नेहरू चिकित्सालय में प्राथमिक उपचार चल रहा है। अंतिम संस्कार में बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए।
सब्र का टूटा बांध, परिजन बेहाल
हादसे में बदनोर में नौ जनों का, आसींद और भीलवाड़ा में दो-दो जनों का पोस्टमार्टम हुआ। पोस्टमार्टम के बाद सुबह नौ बजे ग्यारह जनों का शव बाजूंदा पहुंचा तो वहां कोहराम मच गया। रातभर धैर्य रखे बैठे परिजनों का सब्र का बांध टूट गया। आंखों से आंसूओं का सैलाब उमड़ पड़ा। परिजनों को सम्भालना भारी पड़ गया। कई लोग बेसुध हो गए। शव पहुंचने से पहले ही ग्रामीणों ने अंतिम संस्कार कर पूरी तैयारी कर ली थी।
मृतकों को अपने-अपने घरों में पहुंचा कर अंतिम क्रिया सम्पन्न करवाई। कुछ देर शव रखने के बाद अंतिम संस्कार के लिए लोग रवाना हो गए। एक साथ ग्यारह अर्थियां उठी तो लोगों के कंधे कांप उठे। श्मशान घाट में ग्यारह जनों का एक ही चिता पर अंतिम संस्कार करवा दिया गया। परिजनों को ढांढस बंधाने वाले भी अपने आंसुओं को नहीं रोक पाए।
नहीं जले चूल्हे, बाजार बंद
हादसे से बदनोर, शम्भूगढ़, बांजूदा और आसंीद समेत आसपास के इलाकों में सुबह चूल्हे नहीं जले। कई जगह बाजार बंद रखे गए। बाजंूदा शोक में डूबा रहा। गांवों में सन्नाटा पसरा रहा। मृतकों के घरों पर दिनभर ढांढस बंधाने आने वालों का तांता बंधा रहा।
अंतिम संस्कार में पूर्व सांसद वीपी सिंह, आसींद विधायक रामलाल गुर्जर, पूर्व विधायक हगामीलाल मेवाड़ा, गुलाबपुरा नगर पालिका अध्यक्ष धनराज गुर्जर, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष छोगालाल गुर्जर समेत बड़ी संख्या में गुर्जर समाज के लोग और जनप्रतिनिधि सैकड़ों की संख्या में अंतिम संस्कार में शामिल हुए।
घायलों की हालत स्थिर, चिकित्सा व्यवस्था का जायजा
देर रात एमजीएच में 26 घायलों को लाया गया था। इनमें से चार जनों को अजमेर रैफर कर दिया गया था। वहां उनकी हालत स्थित बनी हुई थी। देर रात जिला कलक्टर टीना कुमार ने चिकित्सालय पहुंच कर घायलों को दी जा रही चिकित्सा व्यवस्था की जानकारी ली।
वहीं सांसद सुभाष बहेडिया गुरुवार सुबह एमजीएच पहुंचे। वहां घायलों की कुशलक्षेम पूछी। इसके अलावा भी अल सुबह तक पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी चिकित्सालय में डेरा डाले रहे।
मुख्यमंत्री ने मृतकों के प्रति जताई संवेदना
मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने भीलवाड़ा और सिरोही जिलों में हुए भीषण सडक़ हादसों के कुल 26 मृतकों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने दोनों दुर्घटनाओं में हुए घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। राजे ने ईश्वर से इन दुर्घटनाओं के मृतकों की आत्मा की शांति तथा उनके परिजनों को यह दु:ख सहने की शक्ति प्रदान करने के लिए प्रार्थना की है। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की भी कामना की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सुरक्षित ड्राइविंग तथा ट्रेफिक नियमों की कड़ी पालना से ही सडक़ दुर्घटनाओं की संख्या में कमी लाई जा सकती है। उन्होंने अपील की कि हर एक व्यक्ति को ऐसी घटनाओं के घायलों को समय पर मेडिकल सहायता उपलब्ध करवाने में तत्परता दिखानी चाहिए।
भीलवाड़ा और सिरोही जिलों में जिला प्रशासन द्वारा मुख्यमंत्री सहायता कोष से इन दुर्घटनाओं के मृतकों के आश्रितों को 50-50 हजार रुपए तथा घायलों को 10 से 5 हजार रुपए की सहायता राशि तत्काल जारी करने की कार्यवाही की गई है।