वाराणसी। बाबा विश्वनाथ की नगरी लगातार दूसरे दिन गुरूवार को भी भगवान जगन्नाथ के नेह में आकंठ डुबी रही। काशी के लक्खी मेले में शुमार रथयात्रा मेले के दूसरे दिन सुबह से रात तक भगवान जगन्नाथ के दर्शन पूजन के लिए भक्तों का सैलाब उमड़ता रहा।
सुबह 5.11 बजे मंगला आरती के बाद प्रभु को नौ बजे छौंका मूंग-चना, पेड़ा, गुड़ व देशी चीनी के शर्बत का भोग लगाया गया। दोपहर 12 बजे भोग व आरती के पश्चात पट बंद कर दिया गया। अपरान्ह तीन बजे आरती के साथ पुनः दर्शन शुरू हुआ।
इसके बाद आठ बजे आरती, रात 12 बजे शयन आरती हुयी। इसके पूर्व अलसुबह मंगला आरती के बाद रथ का स्पर्श करने और प्रभु जगन्नाथ के चरणों में तुलसी दल अर्पित करने की होड़ मची रही।
ससुराल में आए भगवान जगन्नाथ, सुभद्रा व बलभद्र के विग्रह की अलौकिक झांकी देख लोग निहाल होते रहे। दर्शन पूजन के बाद मेले में आए लोगों ने चाट पकौड़ी नानखटाई का जमकर मजा लिया। साथ ही रथयात्रा-महमूरगंज मार्ग पर झूला व चरखी का भी आनंद उठाया।
बच्चों ने खिलौनों की तो महिलाओं ने सौंदर्य प्रसाधन व घरेलू जरूरतों के मुताबिक सामान की खरीदारी की। मेले में सुरक्षा की दृष्टि से पहली बार सीसी टीवी कैमरा लगाया गया है।
मेला प्रबंधन कमेटी की ओर से रथयात्रा -महमूरगंज मार्ग पर निराला निवेश से यूनियन बैंक के मध्य छह स्थानों पर खंबे व पेड़ के सहारे सीसी टीवी कैमरा लगाया गया है।