नई दिल्ली। बांग्लादेश हमले में शामिल आतंकियों के भारत के मुस्लिम धर्म प्रचारक और उपदेशक जाकिर नाइक से प्रेरित होने की खबर सामने आने के बाद उनके सार्वजनिक तौर पर दिए जाने वाले उपदेशों और भाषणों को लेकर सवाल उठने शुरु हो गए हैं।
देशभर में जाकिर नाइक पर बैन लगाने की मांग तेज होती जा रही है। मुंबई में कुछ लोगों ने जाकिर के खिलाफ प्रदर्शन भी किया। इस मामले में शिवसेना नेता अरविंद सावंत ने बुधवार को गृहमंत्री राजनाथ सिंह को चिट्ठी लिख कर नाइक पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है।
भारतीय इस्लामी उपदेशक जाकिर नाइक से जुडे़ विवाद पर सूचना एवं प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू ने भी गुरुवार को कहा कि जाकिर नाइक के भाषण आपत्तिजनक है। उन्होंने कहा कि जाकिर नाइक के भाषण और उनसे जुड़ी जो भी खबरें अखबारों में प्रकाशित हो रही हैं वह आपत्तिजनक है। गृह मंत्रालय पूरे मामले का विश्लेषण करेगा।
हमलों की निंदा करते हुए केंद्रीय मंत्री नायडू ने कहा कि आतंकवाद का कोई धर्म और क्षेत्र नहीं होता। यह मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा है। विश्व को आतंकवाद के खिलाफ खड़ा होना चाहिए। उन्होंने आतंकवाद से लड़ने के लिए संयुक्त राष्ट्र महासंघ से कड़े कदम उठाने की मांग की।
नायडू ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र को इस मामले की केवल खुलकर निंदा ही नहीं करनी चाहिए बल्कि यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ऐसे आपराधिक तत्वों को रोकने के लिए पर्याप्त कदम उठाए जा रहे हैं या नहीं।
वहीं इस्लाम का प्रचार करने वाले जाकिर नाइक ने अपने कुछ वीडियो पर उठते विवादों से पल्ला झाड़ते हुए कहा है कि उनकी बातों का गलत अर्थ निकाला गया और उनके कई वीडियो के साथ छेड़छाड़ की गई है।
दरअसल ढाका में पिछले गुरुवार को एक कैफे पर हमला करने वालों में पांच बांग्लादेशी आतंकवादियों में से एक ने खुद को नाइक के ‘घृणा फैलाने वाले भाषण’ से प्रेरित बताया था जिसके बाद से ही जाकिर नाइक सवालों के घेरे में आ गए हैं।
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इससे पहले भी भारत से भागकर आईएसआईएस में शामिल होने वाले लड़कों को भी नाइक से ही प्रभावित बताया गया था। ढाका हमलों में नाम सामने आने के बाद भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) जाकिर नायक के बयानों की जांच कर रही है।
वहीं मुस्लिम धर्म प्रचारक और उपदेशक जाकिर नाइक की तारीफ करने के बाद विवादों में घिरे कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने अब अपने बयानों पर सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने वहां पर साम्प्रदायिक सौहार्द्र की बात की थी और सभी धर्मों की कट्टरता के खिलाफ बोला था।
मुस्लिम धर्म प्रचारक और उपदेशक जाकिर नाइक की तारीफ करने के बाद विवादों में घिरे कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने अब अपने बयानों पर सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने वहां पर साम्प्रदायिक सौहार्द्र की बात की थी और सभी धर्मों की कट्टरता के खिलाफ बोला था।
दरअसल दिग्विजय सिंह का एक वीडियो सामने आया है जिसमे वह डॉ. जाकिर की तारीफों के पुल बांधते नजर आ रहे हैं। दिग्विजय सिंह 2012 में जाकिर नाइक के कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इसी कार्यक्रम के दौरान उन्होंने जाकिर की तारीफ करते हुए जाकिर को ‘शांतिदूत’ बताया था। वही वीडियो अब सोशल मीडिया में आने के बाद दिग्विजय को भी सफाई के लिए आगे आना पड़ा।
दिग्विजय सिंह ने गुरुवार को ट्वीट करके सफाई देते हुए कहा कि हां मैं उस कार्यक्रम में गया था वो धार्मिक सद्भावना पर आयोजित कार्यक्रम था। आप मेरी पूरी स्पीच देख लीजिए, मैंने वहां पर साम्प्रदायिक सौहार्द की बात की और सभी धर्मों की कट्टरता के खिलाफ बोला था।
जहां तक जाकिर नाइक की बात है तो अगर उनकी भूमिका कहीं संदिग्ध लगती है तो सरकार जांच करे और कानून अपना काम करे। इतना ही नहीं दिग्विजय ने कहा कि अगर भारत सरकार और बांग्लादेश के पास नाइक के आईएसआईएस से संबंध होने के सबूत हैं तो उनके खिलाफ एक्शन लिए जाने चाहिए।
दिग्विजय ने कार्य़क्रम के वीडियो में कहा था कि उन्होंने डॉ.जाकिर साहब का बहुत नाम सुना था और उन्हें उनसे मिलने का मौका भी मिला। उन्हें इस बात की खुशी है कि वो शांति का संदेश पूरे विश्व में फैला रहे हैं। शांति से ही प्रगति होती है।
साथ ही, मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान ने मुस्लिम उपदेशक जाकिर नाइक को देश में बैन करने के सवाल पर अपना उत्तर स्पष्ट करते हुए कहा कि जो लोग धर्म के नाम पर कट्टरता फैला रहे हैं वो कितना भी कहे कि वो यह सब धर्म के लिए कर रहे हैं आखिर में गलत ही साबित होते हैं। उन्होंने कहा कि अगर ऐसे लोग मजहब का पालन कर रहे होते तो प्यार-मुहब्बत की बात करते, क्योंकि मजहब तो यही सिखाता है।
ढाका के आतंकी मुंबई के डॉक्टर औऱ इस्लाम के प्रचारक जाकिर नाइक से प्रेरित थे तब से नाइक मुश्किल में फंस गए हैं। ईद के मौके पर मुंबई में रजा एकेडमी ने जाकिर नाइक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इसके साथ ही एनआईए और मुंबई पुलिस ने मामले में जांच तेज कर दी है।
हरी पट्टी बांधकर रजा अकेडमी के लोगों ने जाकिर पर बैन लगाने की मांग की है। मुंबई पुलिस ने जाकिर के इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन की सुरक्षा बढ़ा दी है। जाकिर के भाषणों की एनआईए जांच कर रहा है। जाकिर खुद अभी विदेश में हैं जो 11 जुलाई को भारत लौटेंगे। भारत लौटने पर जाकिर से भाषणों को लेकर पूछताछ हो सकती है।