सुपौल। बिहार में दबंग और रसूखदार जो मर्जी हो कर सकते है अगर फरियादी पुलिस थाने जाकर शिकायत भले क्यों ना करे उनकी पीड़ा पुलिस अधिकारी सुनेंगे नहीं शायद आप यह सुनकर कह रहे होंगे भला ऐसा होता है? तो सुपौल जिले के वीरपुर थाना के थानाध्यक्ष ने कुछ ऐसा ही किया है।
रविवार सुबह एक दम्पती के घर घुसकर ना केवल दबंग लोगो ने उसकी बेटी मां को अर्धनग्न कर बुरी तरह पीटा बल्कि उसके घर में घुसकर बेइज्जत कर तोड़ फोड़ भी किया मगर पीड़ित ने वीरपुर थाना पहुंच कर फरियाद लगाई तो इस मामले में अब तक ना तो कोई पुलिसिया कार्रवाई की गई और ना ही अबला की फरियाद भी सुनी जा सकी।
वीरपुर थाना इलाके में लालपुर के वार्ड नंबर 13 में रहने वाली यह रामचन्द्र मेहता का परिवार है जो फफक फफक कर रो रही महिला का नाम सीता देवी है और वो उसकी 16 वर्षीय बेटी जिसे पड़ोस में रहने वाले दबंग रामवृक्ष सिंह, सदवृक्ष सिंह, रणजीत कुमार समेत पांच से सात लोगों ने जबरन घुसकर बेइज्जत किया है।
सबसे पहले तो युवती और उसकी मां को 3 घंटों तक रस्सी से बांधकर बंधक के रूप में रखा फिर लड़की के कपडे फाडकर उसके साथ बदसलूकी कर पिटाई कर डाली। इस पूरी वारदात की सूचना स्थानीय प्रशासन को दी गई वावजूद प्रशासन की और से कोई पहल नहीं की गई।
पीड़िता सीता देवी के अनुसार उसे रस्सी से बांधकर रखा गया था तो वह बेहोश हो गई थी होश में आने पर उसने 5 से 10 लोगो को उसकी लड़की के कपडे फाडते देखा वही पीड़िता ने बताया कि पड़ोसियों के द्वारा घर का सारा सामान भी घर से बाहर फेंक दिया गया।
हांलाकि यह विवाद भूमि विवाद से जुड़ा है करीब ग्यारह कट्टा की जमीन के खातिर रामवृक्ष सिंह ने अपने लोगो के साथ मारपीट की घटना को अंजाम दिया वही पीड़िता के पति रामचंद्र मेहता ने बताया कि इस सम्बन्ध में सबसे पहले सहायक थाना भीमनगर ओपी को सूचना दी गई लेकिन घटना स्थल पर कोई नहीं पहुंचा।
वही मामले की जानकारी वीरपुर थान पहुंच कर फरियादी ने फरियाद लगाई लेकिन हद तो तब हो गई जब वीरपुर थाने से भी इस पूरी घटना को जान पुलिस में बैठे अधिकारी जाकर भी अंजान बने हुए नजर आए घटना को लेकर पीड़ित परिवार काफी सदमे में है और न्याय की उम्मीद लिए हुए सरकार को अपनी दर्द बया कर रहा यंहा तश्वीर साफ तौर से गवाही दे रहा है।
हांलाकि इस मामले में पुलिस के अधिकारी चुपी साधे है लेकिन अब तक कोई भी पुलिसिया कार्रवाई नहीं हो सकी बाबजूद देखने वाली यह बात होगी कब इस परिवार की फरियाद सुनी जाती है।