अजमेर। आंगनबाडी से जुड़ी हजारों महिला कार्यकर्ताओं ने स्थायी किए जाने की मांग तथा सरकार की ओर से पूर्व में किए गए वादों की वादा खिलाफी के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है।
प्रदेशभर में हो रहे आंदोलन की कड़ी में गुरुवार अजमेर जिला मुख्यालय पर भारतीय मजदूर संघ के बैनर तले आंगबाड़ी कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के अतिरिक्त सरकार की महिला स्कीम के तहत कार्यरत समस्त महिला कार्यकर्ताओं ने भी शिरकत की।
इन महिला कार्यकर्ताओं का कहना था कि राज्य सरकार उनकी ज्वलंत समस्याओं के निाकरण के प्रति गंभीर नहीं है। लंबे समय से पेंडिंग मांगों पर विचार नहीं किया जा रहा।
जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन से पहले बड़ी संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा सहयोगिनी, ग्राम साथिन आदि का डाक बंगले में एकत्रीकरण हुआ। बाद में सैकड़ों की संया में ये महिलाएं जुलूस के रूप में कलेक्ट्रेट पहुंची तथा जोरदार नारेबाजी करते हुए सरकार विरोधी नारे लगाए।
बारिश भी नहीं रोक पाई बढते कदम
आंगनबाडी कार्यकर्ताओं का हुजूम जिस समय विरोध प्रदर्शन के लिए डाक बंगले से कलेक्ट्रेट की ओर बढने लगता तभी तेज बारिश शुरू हो गई। इसके बावजूद आंदोलनकारी आंगनबाडी कार्यकर्ताओं के कदम नहीं थमे। बारिश के बीच हजारों महिला आंगनबाडी कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट पहुंची। बारिश के बीच ही राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
इन्होंने किया संबोधित
कलेक्ट्रेट पर हुई सभा को बीएमएस के संभाग प्रभारी भोलानाथ आचार्य, आंगनबाडी प्रदेश प्रभारी मूलसिंह पंवार, प्रदेश संगठन मंत्री मधु शर्मा ममता सेन महामंत्री, बीएमएस के जिला मंत्री दिनेश जैन ने संबोधित किया। पूनम रॉयल, मंजू श्रीनगर, पपली देवी समेत बीएमएस से जुडी हजारों महिला कार्यकर्ता मौजूद थीं।
क्या हैं मांगे
१. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, सहयोगिनी, ग्राम साथिन, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता जो बरसों से कार्यरत है, उन्हें राज्य कर्मचारी घोषित किया जाए।
२. मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को पूरा वेतन दिया जाए, उन्हें सहायिका भी उपलब्ध कराई जाए तथा मकान किराया अन्य केन्द्रों के समान प्रदान किया जाए।
३.आंगनबाड़ी केन्द्रों पर एनटीटी टीचर आंगनबाड़ी कर्मियों में से ही सलेक्ट किया जाए। इन्हें एनटीटी टीचर का प्रशिक्षण दिया जाए।
४. दसवीं पास तथा दस साल के अनुभव वाली कार्यकर्ताओं को महिला पर्यवेक्षक बनाया जाए।
५. कार्यकर्ता, सहायिका, सहयोगिनी को भी बीएड तथा अन्य शिक्षा ग्रहण करने के लिए साथिनों को दिए गए आदेशानुसार अनुमति दी जाए।
६. इन्द्रा मातृत्व लाभ योजना जो कुछ जिला में चल रही है, उन्हें स्वास्थ्य विभाग को सौंपा जाए।
७. सहयोगिनियों को सभी प्रकार का भुगतान विभाग से कराया जाए।
८. सेवानिवृत्ति होने पर पेशंन व ग्रेच्युटी का लाभ दिया जाए।
९. कल्याण कोष का नियमानुसार लाभ दिया जाए।
१०. ीगर्मी व सर्दी तथा दीपावली अवकाश के साथ सारे राजकीय अवकाश प्रदान किए जाएुं।
११. जो कार्यकर्ता, सहायिका, सहयोगिनी, ग्राम साथिन, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सेवानिवृत्त होने वाली हैं या उन्हें सेवानिवृत कर दिया गया है, उन्हें एक मुश्त दो लाख रुपए के साथ प्रति माह तीन हजार रुपए पेंशन दी जाए।
१२. केन्द्रों पर बच्चों की ड्रेस एवं विद्यालय की घंटी लगाने के लिए जनसहयोग एवं जनप्रतिनिधियों को सहयोग करने के आदेश है लेकिन यह सब भी कार्यकर्ताओं का अपने पैसे से करने का दबाव बनाया जाता है, इस पर रोक लगे।