सबगुरु न्यूज-सिरोही। सिरोही जिला चिकित्सालय में चिकित्सकीय अव्यवस्थाओं को दुरुस्त नहीं किए जाने पर सोमवार को सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने हैल्थ सेकेट्री को तलब होने का आदेश दिया है। अगली सुनवाई 3 अगस्त को रखी गई है।
पूर्व विधायक संयम लोढ़ा की ओर से राजस्थान हाईकोर्ट में सिरोही जिला चिकित्सालय में चिकित्सकीय अनदेखी के लिए दायर जनहित याचिका पर सोमवार को सुनवाई थी। न्यायालय के समक्ष पीएमओ ने सोमवार को जिला चिकित्सालय में एनेस्थेसिया को बुलवाकर करवाए गए ऑपरेशनों की सूची प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि जिला चिकित्सालय में निश्चेतक सिरोही के डॉ नवीन सोनी तथा पिण्डवाड़ा के डॉक्टर हेमंत जैन को बुलवाया आवश्यकतानुसार बुलवाया गया है। सरकार की ओर से सिरोही ट्रोमा सेंटर में उपचाररत मरीजों की सूची भी प्रस्तुत की गई।
इस पर लोढ़ा की ओर से उनके अधिवक्ता संदीप शाह ने इस सूची का हवाला देते हुए न्यायालय को बताया कि राज्य सरकार की ओर से निजी अस्पतालों से निश्चेतना विशेषज्ञों पर जनता का कितना धन खर्च किया जा रहा है। इसके बाद भी सरकार स्वयं के निश्चेतना विशेषज्ञ सिरोही के जिला चिकित्सालय में नियुक्त नहीं कर रही है। लोढ़ा ने न्यायालय में जिला चिकित्सालय में उन चिकित्सकों की सूची भी पेश की, जिनकी तैनाती न्यायालय के आदेश के बाद भी राज्य सरकार ने नहीं की है।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने एक भी सुपर स्पेशिलिस्ट नहीं तैनात किए हैं, जिससे आईसीयू में भी लोगों का उपचार नहीं हुआ है। इतना ही नहीं यहां पर चार वेंटीलेटरों का भी छह महीने से उपयोग नहीं किया गया है। चिकित्सालय में इस तरह की जानलेवा अव्यवस्थाओं पर न्यायालय ने गंभीर नाराजगी जताई। राज्य सरकार के जवाब से असंतुष्ट होते हुए न्यायाधीश गोपालकृष्ण व्यास व जीआर मूलचंदानी ने इस प्रकरण में 3 अगस्त को हैल्थ सेकेट्री को उपस्थित होने के निर्देश दिए हैं।