कानपुर। सचेंडी थाना के हाइवे किनारे झोपड़ पट्टी में रहने वाले एक गरीब परिवार पर बुधवार को तेज रफ्तार कंटेनर ने मौत का तांडव खेला। इस तांडव में एक ही परिवार के तीन सदस्यों समेत एक अन्य की दर्दनाक मौत हो गई। घटना के बाद पहुंची पुलिस ने कंटेनर को कब्जे में लेते हुए शवों को पोस्मार्टम भेज दिया।
कानपुर के सचेंडी थाने के ठीक सामने घटित हुई दर्दनाक घटना में हाइवे किनारे झोपड़ी बनाकर गुजर बसर करने वाले छुटकू (52), जो की अंधा था और उसकी पत्नी विद्या (40) व बेटी नंदनी (16) रहती थी। छुटकू अपने परिवार का पालन पोषण भीख मांगकर किया करता था। वहीं उसकी पड़ोसी महिला सावित्री अपने विकलांग बेटे अनिल के साथ रहती थी।
बुधवार सुबह तकरीबन चार बजे कानपुर से रानिया की तरफ जा रहा तेज रफ्तार ट्रक अनियन्त्रित होकर झोपड़ियों में जा घुसा। हादसे में छुटकू के परिवार व सावित्री समेत चार की दर्दनाक मौत हो गई।
दुर्घटना की जानकारी लगते ही गांव व आसपास इलाके में सनसनी फ़ैल गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने तुरंत ही झोपड़ियों के मलबे को हटाकर शवों को बाहर निकाला और आनन फानन पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए।
कौन देगा अनिल को सहारा
सावित्री की मौत के बाद विकलांग अनिल बेसहारा हो गया है। पिता की मौत के बाद उसकी मां ही उसका सहारा थी, लेकिन तेज रफ्तार कंटेनर ने उससे उसको भी छीन लिया और दुनियां में बेसहारा कर दिया