बाड़मेर। बाडमेर जिले के इसरोल गांव में बीती रात्रि को एक महिला अपने तीन बच्चों को लेकर टांके में कूद गई। घटना की जानकारी मिलने पर चौहटन पुलिस मौके पर पहुंची और मृतकों के शव बाहर निकाल मौका कार्रैवाई के बाद चौहटन अस्पताल पहुंचाए।
चौहटन थानाधिकारी ओम प्रकाश विश्नोई ने बताया कि बुधवार सुबह सूचना मिली कि इसरोल गांव निवासी रेशमी पत्नी बाकाराम नाई ने बीती रात्रि को घर में ही पानी से भरे टांके में अपने तीन लडक़ों राजू, त्रिलोक और बिड़दा के साथ कूदकर आत्महत्या कर ली।
मृतका का पति बाकाराम बाड़मेर में मजदूरी करता है। पुलिस ने सुबह घटना की जानकारी मृतका के पीहर सांचौर थानान्तर्गत डेडवा दी। पीहर पक्ष भी मौके पर पहुंच गया और उसने पुलिस को दहेज प्रताडना और हत्या की रिपोर्ट दी है। पुलिस ने मृतकों का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंपे।
गांव में गमगीन माहौल
ग्रामीणों के अनुसार सांचौर के पास डेडवा की रहने वाली रेशमी का 13 साल पहले चौहटन के ईसरोल गांव के बाकाराम नाई के साथ हुआ था। हादसे के समय बाकाराम घर पर मौजूद नहीं था। मजदूरी के सिलसिले में वह बाड़मेर गया हुआ था।
हादसे की सूचना उसे ग्रामीणों से मिली जिसके बाद वह मौके पर पहुंचा। गांव में एक साथ मां और तीन बेटों के बाद माहौल गमगीन हो गया और घटना स्थल पर आस पास के गांव और ढांणियों के सैकड़ों लोग पहुंच गए।
पारिवारिक कलह ने ली जान!
पुलिस को अभी तक तीन बेटों के साथ महिला के खुदकुशी करने का कारण नहीं पता चला है। हालांकि प्रथम दृष्टया इसके पीछे पारिवारिक कलह ही वजह मानी जा रही है। रेशमी अपने पति बाकाराम और तीन बेटों के साथ सास-ससुर से अलग रह रही थी।