वाराणसी। 1980 के मॉस्को ओलिंपिक में स्वर्ण पदक जीत चुकी भारतीय हाकी टीम के महान खिलाड़ी मो. शाहिद का बुधवार को इन्तकाल हो गया। महान खिलाड़ी के निधन पर वाराणसी के सांसद और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी अपने ट्वीटर एकाउन्ट पर शोक जताया है।
56 वर्षीय रेलकर्मी शाहिद लीवर और किडनी की बीमारी से लम्बे समय से जूझ रहे थे। गुड़गांव के मेदांता हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था। सुबह उनके निधन की जानकारी मिलते ही खेल प्रेमियो के साथ खिलाड़िेयो में भी शोक छा गया। साथी खिलाड़ियों के साथ रेलवे में भी शाहिद लोकप्रिय रहें। उन्होंने 1980, 1984, 1988 के ओलिंपिक में भी भारतीय टीम में भागीदारी की थी।
गौरतलब हो कि शहर के अर्दली बाजार निवासी मो.सलाउउल्लाह के दस सन्तानों में सबसे छोटेे मो. शाहिद बचपन से ही यूपी कॉलेज के मैदान में हाकी खेलने जाने लगे थे। मोहल्ले के लड़कों के साथ खेलते खेलते राष्ट्रीय और अन्तर राष्ट्रीय फलक के सितारे बन गए।
उनका निकाह वर्ष 1990 में परवीन सुल्तान से हुआ था। मो. शाहिद एक पुत्री और एक पुत्र के पिता थे। बड़ी बेटी हिना का भी निकाह हो चुका है और वह नोएडा में रहती है। बेटा सैफ यहां हरिश्चंद्र पीजी कालेज में बी. काम में अध्ययनरत है।
मो.शाहिद खेल के दौरान ही पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल में हित निरीक्षक के पद पर कार्य करने लगे थे। पूर्वोत्तर रेलवे मेें लगभग 14 साल तक नौकरी करने के बाद 1994 में डीरेका में क्रीड़ाधिकारी पद पर काम करने लगे। वर्तमान में वरिष्ठ क्रीड़ाधिकारी पद पर कार्यरत थे।
शाहिद के इन्तकाल पर खेली प्रेमी संजय पाण्डेय, गंगा सहाय पाण्डेय, दीपक सिंह, ज्ञानू राय, अभिषेक राय विद्यापीठ के अवनीश राय, प्रशान्त ने शोक संवेदना प्रकट कर कहा कि शाहिद भाई के लिए हॉकी से बड़ा कोई नहीं था। मैदान में विपक्षी खिलाड़ी को डॉज देने और रिवर्स फ्लिक लगाने में उनको महारत हासिल थी। कई बार तो विपक्षी खिलाड़ी उनके चपलता पर मैदान में ही गिर जाते थे।
सिगरा स्टेडियम में हाकी खेलने वाले युवा खिलाड़ी अंशुमान ने श्रद्धाजंलि देते हुए कहा कि मो. शाहिद एस्ट्रो टर्फ पर खेले जा रहे मैच में खड़ी हॉकी से शाट को रोक लेते थे। बाकी खिलाड़ी शाट को हॉकी को लिटाकर रोकते थे। शार्ट हिट का खोज करने वाले शाहिद भाई ही थे। राइट इन पोजीशन से खेलने वाले शाहिद बिजली की गति से विपक्षी टीम के डिफेंस एरिया में पहुंच जाते थे।
मुख्यमंत्री अखिेलेश यादव ने भी जताया शोक
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भारतीय हाॅकी टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद शाहिद के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। यहां शाहिद के परिजनो को भेजे गए शोक संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि वाराणसी निवासी शाहिद ने अपनी विशिष्ट खेल शैली से भारतीय हाॅकी टीम को ऊंचाइयों पर पहुंचाया।
शाहिद ने सन् 1980 में मास्को ओलम्पिक में स्वर्ण पदक विजेता भारतीय टीम के सदस्य के रूप में भाग लिया। उन्हें अर्जुन पुरस्कार, पद्मश्री एवं यश भारती पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति हार्दिक संवेदना प्रकट की।