नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह द्वारा मायावती के बारे में दिए गए आपत्तिजनक बयान पर केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने राज्यसभा में खेद जताते हुए कहा कि वो इस अभद्र टिप्पणी से काफी आहत हुए हैं।
उन्होंने कहा कि मैं ये बात मायावती जी से कह देना चाहता हूं कि मैं पूरे मामले को देखूंगा। मैं इस मामले में आपके (मायावती) साथ हूं। इसके पहले जबरदस्त हंगामा होने के चलते राज्य सभा को गुरूवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
उधर, दयाशंकर सिंह की अभद्र टिप्पणी के खिलाफ उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि बात स्वीकार्य नहीं थी। इसलिए हमने पार्टी के सभी पदों से दयाशंकर को हटा दिया है।
खुद अपने ऊपर इस तरह की अभद्र टिप्पणी से बौखलाई मायावती ने राज्यसभा में भारतीय जनता पार्टी से उसे पार्टी से निकालने की मांग की। मायावती ने कहा कि उन्होंने कभी भी किसी के चरित्र पर ऊंगली नहीं उठाई। उनके बारे में जिस तरह की टिप्पणी की गई है उसके बाद अगर कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ती है तो उसके लिए भाजपा जिम्मेदार होगी।
हालांकि, मायावती ने कहा कि जिस तरह से जेटली जी और अन्य नेताओं ने राज्यसभा में मेरा समर्थन किया है उसके लिए मैं उन्हें धन्यवाद देना चाहती हूं।
उधर, बीएसपी नेता सतीश चंद्र मिश्रा ने दयाशंकर सिंह पर एससी/एसटी एक्ट लगाकर उसकी गिरफ्तारी की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस आपत्तिजनक बयान को लेकर दयाशंकर सिंह के खिलाफ एफआईआर कराएंगे और इस मामले को कोर्ट ले जाएंगे।
कांग्रेस नेता रेणुका चौधरी ने राज्यसभा में कहा कि ऐसे समय में जब सदन के अंदर दलितों पर अत्याचार के खिलाफ बहस हो रही हो इस बीच इस तरह की टिप्पणी के बाद दयाशंकर सिंह को फौरन गिरफ्तार कर उदाहरण पेश किया जाना चाहिए।
गौरतलब है कि यूपी भाजपा उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह ने बीएसपी सुप्रीमो मायावती की तुलना सेक्स वर्कर से की थी।