झांसी। कमाल है! पहले आजम खान की भैंसों ने पुलिस की किरकिरी कराई और अब जनपद से चोरी गई भैसों का मामले ने। हुआ यूं कि गत दिवस झांसी से आधा दर्जन भैंसे चोरी हो गई थी। जिसकी ग्रामीण शिकायत लेकर थाने की पुलिस गए।
थाने में सुनवाई न होने पर पीड़ित एसएसपी के चौखट पर जा पहुंचे। जहां उन्होंने गुम भैसों को आजम भाई की भैंस की तरह खोजने की मांग की। जिस पर पुलिस ने निकल पड़ी उन्हें खोजने।
एसएसपी ऑफिस पहुंचे बबीना के ग्राम बैदौरा निवासी उत्तम सिंह ने शिकायती पत्र देकर बताया कि 17 जुलाई की रात उसने एक युवक को उसके बाड़े के पास संदिग्ध हालत में खड़ा पाया था। पूछताछ करने पर उसने ससुराल आने की बात कही थी।
वह पहले से ही उस युवक को जानता था तथा वास्तव में ससुराल उसी गांव में होने के कारण उसने ज्यादा पूछताछ नहीं की। वह रोजाना की तरह सुबह उठा तो उसे दरवाजा बाहर से बंद मिला। किसी प्रकार से वह छत के रास्ते से बाड़े में पहुंचा। वहां से उसकी छह भैंसे चोरी चली गईं थीं।
उसने भैंसों की तलाश शुरू कर दी पर कोई सुराग नहीं लगा। इधर, शक होने पर वह उक्त युवक की ससुराल पूछताछ करने पहुंचा तो ससुराल वालों ने घर पर न आने की बात कही। इस पर उत्तम सिंह ने उन्हें पूरी घटना से अवगत कराया।
आरोप है कि अगली रात उक्त युवक जसवंत उसके घर लगभग आधा दर्जन साथियों के साथ पहुंचा और घर को घेर कर गाली-गलौज करने लगा। विरोध करने पर उन लोगों ने फायरिंग कर दहशत फैलाई और ललकारते हुए जान से मारने की धमकी देकर भाग गए।
किसी प्रकार से हिम्मत कर उसके परिवार वालों ने भाग रहे बदमाशों की बाइक को पटक लिया। यह देख सभी अन्य बाइकों पर सवार होकर भाग गए। शिकायत लेकर ग्रामीण थाने पहुंचे पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
पीड़ित ने एसएसपी को शिकायती पत्र देकर कहा कि जिस तेजी से पुलिस प्रशासन ने सपा मंत्री आजम खां की चोरी गईं भैंसों को बरामद किया था, उसी तर्ज पर अब उनकी भैंसों को बरामद किया जाए।
इस पर एएसपी सिटी दिनेश सिंह ने तत्काल एक टीम का गठन किया और ग्रामीण की चोरी गईं भैंसों की तलाश करने के साथ ही शक के दायरे में आए आरोपियों को गिरफ्तार कर पूछताछ करने के आदेश दिए हैं।
वहीं, दूसरी ओर एसएसपी मनोज तिवारी ने उन्हें शाम को बबीना थाना पहुंचने का वादा कर भैंसों को बरामद करने का आश्वासन दिया।