नागौर जोधपुर/लाडनूं जयपुर। राजस्थान पुलिस के लिए आनंदपाल सबसे बड़ी चुनौती बन गया है। गुरूवार देर रात आनंदपाल के घर के बाहर बोलेरो सवार बदमाशों की ओर से पुलिस पर फायरिंग की घटना के बाद आनंदपाल के गांव सांवराद को पुलिस ने सीज कर दिया है। पूरे प्रदेश में ए श्रेणी की नाकाबंदी कर दी गई है।
खबर है कि इस मामले में पुलिस ने शुक्रवार सुबह आनंदपाल के चाचा दामोदर सिंह सहित पांच लोगों हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है वहीं गोलीबारी में घायल जसवतंगढ़ थानाधिकारी लादूसिंह का एसएमएस अस्पताल में इलाज जारी है।
एक गोली थानाधिकारी के पेट को चीरती हुई बाहर निकल गई, दूसरी हाथ में लगी है। थानाधिकारी को गंभीर हालत में कस्बे के सरकारी अस्पताल ले जाया गया। हालत गंभीर होने पर चिकित्सकों ने थानाधिकारी को जयपुर रैफर कर दिया।
नागौर के ग्राम सांवराद में जसवंतगढ़ थाना पुलिस ने बुधवार शाम को पुलिस ने एक बोलेरो पकड़ी थी। इसमें शराब के कई कार्टन पुलिस ने बरामद किए। इसमें सवार बदमाश वहां से भाग गए। बदमाशों की तलाश में पुलिस ने नाकाबंदी कर रखी थी।
गुरूवार रात गश्त के दौरान पुलिस को आनंदपाल के घर के पास एक बोलेरो खड़ी मिली। पुलिस की गश्ती जीप जैसे ही बोलेरो के पास गई तो उसमें सवार बदमाशों ने पुलिस पर गोलियां चला दीं। बदमाशों की ताबड़तोड़ फायरिंग में एसएचओ लादू सिंह घायल हो गए। गोलियां उनके पेट व हाथ पर लगीं। बदमाशों ने पुलिस पर चार गोलियां चलाईं।
पुलिस संभल पाती इतने में ही बदमाश वहां से तेजी से चले गए। घटना के बाद पुलिस ने पूरे सांवराद गांव को छावनी में तब्दील कर दिया। रातभर सांवराद में न तो किसी को घुसने दिया गया और न किसी को बाहर निकलने दिया गया। मौके पर नागौर एसपी परिस देशमुख पहुंचे।
इससे पहले भी नागौर में गत सितंबर में फरारी के बाद से पुलिस की आनंदपाल गैंग से मुठभेड़ हो चुकी है। पुलिस को शक है कि बोलेरो में आनंदपाल या उसका भाई रूपेंद्र पाल उर्फ रिकी हो सकता है। रिकी भी फरार चल रहा है। वह लाडनूं में पेरोल पर आया था। उसके बाद वहीं से फरार हो गया।