नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्रांतिकारी चन्द्र शेखर आजाद की 110वीं जयंती पर उन्हें सलाम किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ट्वीटर अकाउंट के माध्यम से कहा कि मैं वीर चंद्रशेखर आजाद को उनकी जंयती पर सलाम करता हूं, जिन्होंने अपने पराक्रम से असंख्य भारतवासियों की प्रशंसा हासिल की है।
चन्द्रशेखर आजाद का जन्म भाबरा गांव (वर्तमान अलीराजपुर जिला) में 23 जुलाई सन् 1906 को हुआ था। आजाद बस 15 वर्ष की उम्र में ही असहयोग आंदोलन से जुड़ गए थे।
ब्रिटिश पुलिस के हाथों कभी गिरफ्तार न होने की कसम खाने वाले आजाद जब इलाहाबाद के अल्फ्रेड पार्क में घिरे तो उन्होंने खुद को ही गोली मार ली।
एक बार गिरफ्तारी के बाद मजिस्ट्रेट ने नाम पूछा तो उन्होंने आजाद बताया। अपने पिता का नाम स्वतंत्रता और घर का पता जेल लिखवाया।
चंद्रशेखर आजाद ने लाला लाजपत राय की मौत का बदला लेने के लिए भगत सिंह और दूसरे साथियों के साथ मिलकर ब्रिटिश अधिकारी जे पी सान्डर्स के हत्या की प्लानिंग की थी।
वे कहते थे कि, अगर मां भारती की बेड़ियां देखकर आपका खून नहीं खौलता तो वो पानी है। जो जवानी देश के काम न आ सके वो किसी काम की नहीं।