नई दिल्ली। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने सोमवार को कहा कि भारतीय संविधान की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह अनेकता में एकता का मिश्रण है। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान की इन्हीं विशेषताओं के चलते आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मेरे अलग राजनीतिक पृष्ठभूमि रहने के बावजूद दोनों एक मंच पर साथ-साथ हैं।
वहीँ, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रपति भवन में हाईटेक संग्रहालय का उद्घाटन करने के बाद अपने संबोधन में कहा कि राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने इस देश और राष्ट्रपति भवन को काफी कुछ दिया है। उन्होंने राष्ट्रपति के चार साल का कार्यकाल पूरा हो जाने पर हार्दिक बधाई दी।
इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि हमने ये बात राष्ट्रपति मुखर्जी से सीखी है कि कैसे अलग-अलग राजनीतिक पृष्ठभूमि के लोग एक साथ काम कर सकते हैं। मैं जब दिल्ली में इस भूमिका में बिल्कुल नया था उस वक्त राष्ट्रपति मुखर्जी ने कई विषयों पर मार्गदर्शक की तरह मुझे गाइड किया।
पीएम ने आगे कहा कि जो इस संग्रहालय में देखने आएगा वह ना सिर्फ इतिहास जानेगा बल्कि इतिहास को महसूस करेगा। म्यूज़ियम के द्वारा पत्थर को बोलने की ताकत दी गई है। इस प्रयास के लिए सबका अभिनंदन करता हूं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रपति भवन में दूसरे चरण में तैयार हाई टेक संग्रहालय का सोमवार की शाम को उद्धाटन किया। इस संग्रहालय में इसके निर्माण के समय से लेकर अब तक इसमें रह चुके लोगों के इतिहास का वर्णन किया गया है।
इस मौके पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के साथ उप-राष्ट्रपति हामिद अंसारी, लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन, पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल भी उपस्थित रहीं।
88 साल पुराने राष्ट्रपति भवन में संग्रहालय परिसर के दूसरे चरण का उद्घाटन 10 हजार वर्ग मीटर में फैली परियोजना के पूरा होने का प्रतीक है।
इसमें स्टेबल्स म्यूजियम (पहला चरण-जिसका उद्घाटन पिछले साल हुआ था), गैराज संग्रहालय (इस साल जिसका उद्घाटन होगा) और क्लॉक टावर होगा। इसमें विजिटर्स रिसेप्शन सेंटर, कैफेटेरिया और स्मरणिका की दुकान होगी।