चंडीगढ़। पंजाब के गुरदासपुर में प्रेम की दिवानगी ऐसे सिर चढ़कर बोली की युवती को हवालात की हवा खाने को मजबूर होना पड़ा।
दरअसल ब्वॉयफ्रेंड से शादी के लिए एक युवती दो साल तक फर्जी एएसआई (असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर) बनकर घूमती रही। झूठ को सच साबित करने ब्वॉयफ्रेंड के साथ ही पुलिस लाइन ड्यूटी पूछने पहुंच गई। यहीं सवाल-जवाब में पकड़ी गई।
आरोपी कंवलजीत कौर गुरदासपुर के कलानौर की रहने वाली है व बीसीए पास है। पुलिस के मुताबिक ब्वॉयफ्रेंड का परिवार चाहता था कि बेटे की शादी किसी पुलिस वाली से हो।
रेपुटेशन बनाने के लिए वह 2 साल तक ब्वॉय फ्रेंड के साथ ही वर्दी पहन बाजारों में घूमती रही। रोज वह बस से गुरदासपुर आती और दिनभर घूमकर लौट जाती। पुलिस की वर्दी देख किसी ने कभी उससे सवाल करने का हिम्मत नहीं जुटाई।
आरोपी कंवलजीत का कहना है कि उसका इरादा वर्दी पहनकर किसी को ब्लैकमेल करना नहीं था। ब्वॉयफ्रेंड और उसके परिवार वालों को मुलाजिम युवती से शादी करना मंजूर था इसलिए अपनी रेपुटेशन बनाने के लिए उसने वर्दी पहन ली थी ताकि उसकी शादी हो सके।
कंवलजीत ने पुलिस की वर्दी अमृतसर के कैरों मार्केट से सिलवाई थी और वहीं से ही पुलिस के बैज और बेल्ट भी खरीदी थी।अपने झूठ को सच मनवाने के लिए वर्दी पहनकर युवती ब्वॉयफ्रेंड के साथ पुलिस लाइन पहुंच गई।
पुलिस कर्मियों ने उसका आईकार्ड मांगा तो उसके पास कुछ नहीं निकला। बैच और ट्रेनिंग के बारे में पूछने पर तुरंत जवाब दिया से फिल्लौर में ट्रेनिंग हुई। इंचार्ज का नाम पूछा तो बोली-कुलदीप सिंह कह दिया।
इसके बाद उससे गहराई से सवाल जवाब किए गए तो उसका झूठ बेनकाब हुआ और पता चला कि यह नकली एएसआई बनकर आई है। जांच के बाद युवक को तो भेज दिया गया जबकि कंवलजीत के खिलाफ सिटी पुलिस थाना केस दर्ज किया गया है।
एसएसपी जगदीप सिंह हुंदल ने नकली एएसएआई पर कार्रवाई बारे पूछने पर कहा कि युवती ने जाली एएसआई बनकर अपराध किया है और उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।
कंवलजीत के पुलिस की वर्दी पहनने के मामले की जांच चल रही है। उन्होंने कहा कि शादी कराना ही उसका मकसद था या फिर कुछ और, उसका पता करने के लिए पूछताछ की जा रही है।