सूरत। बहुचर्चित नारायण सांई यौन उत्पीडऩ मामले में मंगलवार को कोर्ट में गिरफ्तारी के बाद नारायण की मेडिकल जांच करने वाले न्यू सिविल अस्पताल के दो चिकित्सकों के बयान दर्ज किए गए।
बचाव पक्ष की ओर से दोनों की जिरह भी की गई। बुधवार और गुरुवार को भी इस मामले में सुनवाई होगी, जिसमें घटनास्थल का नकशा बनाने वाले सर्किल ऑफिसर और दिल्ली पुलिस के बयान दर्ज किए जाएंगे।
सेशन कोर्ट में चल रही मामले की ट्रायल के दौरान कोर्ट ने न्यू सिविल अस्पताल के चिकित्सक डॉ. अग्रवाल और डॉ. घिया को बयान दर्ज करवाने के लिए कोर्ट में हाजिर होने का आदेश दिया था। सुबह ग्यारह बजे पुलिस नारायण सांई को लेकर कोर्ट पहुंची। कोर्ट में हाजिर दोनों चिकित्सकों के बयान दर्ज किए गए।
बचाव पक्ष के अधिवक्ता कल्पेश देसाई, वीरल देसाई और वी.एम.गुप्ता ने बारी-बारी से दोनों की जिरह की। लगातार बुधवार और गुरुवार को भी कोर्ट में सुनवाई होगी।
अधिवक्ता देसाई ने बताया कि बुधवार को जहांगीरपुरा आश्रम में जहां दुष्कर्म की घटना बनी थी, उस घटना स्थल का नक्शा बनाने वाले सर्किल ऑफिसर और अहमदाबाद में साधक प्रमोद मिश्रा के घर की तलाशी के दौरान मौजूद दो पंचो के बयान दर्ज किए जाएंगे।
गुरुवार को हरियाणा-चंदीगढ की सीमा से नारायण सांई, हनुमान उर्फ कौशल ठाकुर और ड्राइवर रमेश मल्होत्रा को गिरफ्तार करने वाली दिल्ली पुलिस के अधिकारी और जवानों के बयान दर्ज किए जाएंगे।
गौरतलब है कि सूरत की पीडि़ता ने वर्ष 2013 में नारायण सांई के खिलाफ जहांगीरपुरा थाने में दुष्कर्म की शिकायत दर्ज करवाई थी।