दुबई। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने श्रीलंकाई दिग्गज ऑफ स्पिनर मुथैया मुरलीधरन, ऑस्ट्रेलियाई महिला टीम की पूर्व कप्तान कारेन रोल्टोन, आर्थर मॉरिस और जार्ज लोहमन को आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल किया है।
दिग्गज ऑफ स्पिनर मुथैया मुरलीधरन हॉल ऑफ में शामिल होने वाले पहले श्रीलंकाई हैं, जिन्हें दो बार महिला विश्व कप जीत चुकी और ऑस्ट्रेलियाई महिला टीम की पूर्व कप्तान कारेन रोल्टोन, ऑस्ट्रेलियाई महान खिलाड़ी डॉन ब्रैडमेन के टीम के खिलाड़ी दिवंगत आर्थर मॉरिस और 19वीं सदी के तेज गेंदबाज जार्ज लोहमन, जिन्होंने मात्र 16 टेस्ट में 100 विकेट लिए थे के साथ हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया है।
इन सभी को स्मृति चिन्ह प्रदान किया जाएगा। परिवार के लोग दिवंगत लोहमन और मॉरिस का प्रतिनिधित्व करेंगे।
आईसीसी के मुख्य कार्यकारी डेविड रिचर्डसन ने इन चारों को बधाई दी और कहा कि आईसीसी क्रिकेट हॉल ऑफ फेम क्रिकेट का लंबा और शानदार इतिहास सही मायने में महान खिलाड़ियों को पहचानता है और इस साल के ये चार खिलाड़ी इस अत्यधिक प्रतिष्ठित समूह में शामिल होने के लायक हैं।
मुरलीधरन ने टेस्ट में 800 विकेट, एकदिवसीय में 534 विकेट व टी-20 में 13 विकेट हासिल किया है। टेस्ट में उन्होंने 22 बार एक मैच में 10 विकेट लिया है और 67 बार एक पारी में 5 विकेट लेकर श्रीलंका की जीत में अहम भूमिका निभाई है।
19वीं सदी के तेज गेंदबाज जार्ज लोहमन 27वें इंग्लिश क्रिकेटर हैं, जिन्हें हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया है। इन्होंने मात्र 16 टेस्ट में 100 विकेट लिए हैं। हालांकि इनका करियर काफी छोटा रहा और वर्ष 1901 में 36 वर्ष की उम्र में इनका देहांत हो गया।
वहीं, बायें हाथ के मॉरिस ने 1946-1955 के बीच में 46 टेस्ट मैचों में 12 शतक व 12 अर्धशतक लगाए हैं। मॉरिस 22वें ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर हैं, जिन्हें हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया है।
महिला क्रिकेट रोल्टोन एक बेहतरीन हरफनमौला खिलाड़ी हैं। ये 6ठीं महिला और तीसरी ऑस्ट्रेलियाई हैं जिन्हें हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया है।