रामेश्वरम। पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम की बुधवार को पहली बरसी पर उनके राष्ट्रीय स्मारक का शिलान्यास तमिलनाडु के रामेश्वरम में किया गया। शहरी विकास और सूचना एवं प्रसारण मंत्री एम. वेंकैया नायडू और रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने प्रतिमा तथा स्मारक मॉडल का अनावरण किया।
रक्षा मंत्रालय ने कलाम के राष्ट्रीय स्मारक के लिए शिलान्यास, उनकी आदमकद प्रतिमा के अनावरण और स्मारक का एक त्रिआयामी मॉडल जारी करने समेत अनेक कार्यक्रम आयोजित करने की योजना बनाई थी।
राष्ट्र निर्माण की दिशा में कलाम के जीवन और उपलब्धियों को चित्रित करती ‘मिशन ऑफ लाइफ’ नाम की एक प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया जाएगा। कलाम साहब का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को दक्षिण भारतीय राज्य तमिलनाडु के रामेश्वरम में हुआ था।
कलाम के पिता के पास उन्हें पढ़ाने के लिए पैसे नहीं थे, इसलिए उन्हें पढ़ाई करने के लिए अखबार बेचने का काम करना पड़ा। साल 1997 में भारत सरकार ने कलाम साहब को देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से नवाज़ा।
वह 1992 से 1999 तक रक्षा सलाहकार भी थे। साल 1998 में पोखरण में हुए परमाणु टेस्ट में उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी। 27 जुलाई 2015 को मिसाइल मैन एपीजे अब्दुल कलाम को उस समय हार्ट अटैक आया जब वह शिलांग स्थित भारतीय प्रबंधन संस्थान में छात्रों को संबोधित कर रहे थे।