सिरोही। सिरोही के पूर्व विधायक संयम लोढा ने सरकार पर ढाई साल को कोई माइलस्टोन वर्क नहीं करवाने का आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिरोही प्रवास के दौरान 29 जुलाई को जिन भवनों आदि का उद्घाटन व लोकार्पण करेंगी उनमें से अधिकांश कांग्रेस सरकार की ओर से स्वीकृत हैं।
लोढा ने प्रेसनोट के साथ मुख्यमंत्री की ओर से लोकार्पित किए जाने वाले कार्यों की स्वीकृति के दस्तावेज जारी करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री की सिरोही जिले की तीन दिवसीय यात्रा में करवाए जा रहे लोकार्पण एवं भूमि पूजन में कोई भी कार्य उनके ढाई साल के कार्यकाल में स्वीकृत नहीं है।
लोढा ने आरोप लगाय कि उन्होंने ढाई साल में सिरोही में ऐसा कोई कार्य नहीं किया जिसकी वो नींव रख सके। इस दौरे मंे जो भी लोकार्पण एवं शिलान्यास करेंगी, उनकी नींव व स्वीकृति अषोक गहलोत की कांगे्रस सरकार के कार्यकाल में हुई है। इसमें राज्य की भाजपा सरकार का किया धरा कुछ नहीं है।
लोढा ने कांग्रेस शासन में स्वीकृति व निर्मित कार्यों का खुलासा करते हुए कहा कि ओर कन्या छात्रावास की प्रशासनिक व वित्तीय स्वीकृति 6 सितम्बर 2013 को हुई। कृष्णगंज में अस्पताल की स्वीकृति 28 जून 2013 को हुई। पोसालिया में 132 केवी पावर ग्रीड स्टेशन की स्वीकृति 6 मार्च 2013 को हुई। अंदौर में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की स्वीकृति 23 अगस्त 2012 एवं कैलाश नगर में उप तहसील कार्यालय का सृजन आदेश भी 18 जून 2013 को जारी किया गया।
इन सभी स्वीकृत कार्यों को सरकार चाहती तो ढाई साल में पूरा करवा सकती थी, लेकिन सरकार ने इस तरफ ध्यान ही नहीं दिया और चुनाव के ढाई साल बाद मुख्यमंत्री का जिले में आगमन यह साबित करता है कि यहां के चुने हुए जनप्रतिनिधियों की पहुंच कितनी कमजोर है।
उन्होंने कहा कि सरकार की प्रशासन पर कितनी कमजोर पकड है और भाजपा के कार्यकर्ता सरकार से कितने खुश हैं इसकी झलक सिरोही जिला अस्पताल में कलेक्टर के निरीक्षण एवं शिवगंज में संगठन की बैठक से जगजाहिर हो गया है। जिले के कलेक्टर के द्वारा अस्पताल में निरीक्षण करने की सूचना करने के बाद भी निरीक्षण के समय उन्हें नाक पर रूमाल रखकर वार्डों से गुजरना सरकार की प्रशासनिक नाकामी का खुला उदाहरण है।
जनता में सरकार के प्रति कितना आक्रोश है यह भी भाजपा संगठन ने विजिट के पहले ही यह कहकर बता दिया है कि ‘‘अगले चुनावों में जनता के बीच हेलमेट पहनकर जाना‘‘।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सिर्फ विरोध के लिए विरोध नहीं करके विपक्षी भूमिका का निर्वाहन कर मुख्यमंत्री को अव्यवस्थाओं की बिंदुवार रिपोर्ट व विकास के जो कार्य होने चाहिए उसकी पूरी जानकारी दौरे के पहले ही दी है, ताकि मुख्यमंत्री इस यात्रा में जिले की जनता को कुछ देकर जाए और नाकाम अधिकारियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही कर सकंे।