सुरजपुर। छत्तीसगढ के सूरजपुर जिले के कसकेला गांव में 17 वर्षीय आदिवासी किशोरी का इच्छाधारी नाग द्वारा उसकी मांग में सिंदूर भरकर विवाह रचाए जाने का दावा किए जाने से कसकेला सहित क्षेत्र में आस्था के बीच अंधविश्वास ने कौतूहल की स्थिति बना दी है।
किशोरी के दावे के बाद लोगों का हुजुम उसके घर पहुंच रहा है। वहीं चिकित्सक इसे मानसिक बीमारी बता रहे हैं। मामला सूरजपुर तहसील के ग्राम कसकेला अंतर्गत जूनापारा का है। पखवाड़े भर से किशोरी को देखने लोगों का हुजूम उसके घर में उमड़ रहा है।
बताया गया कि विगत 15 जुलाई को अपरान्ह चार बजे बारिश के कारण कसकेला ग्राम के जूनापारा में गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले गोड़ परिवार की 17 वर्षीय सुनिधि अपने कमरे में अकेले बैठी थी। इसी दौरान उसकी चीख सुनकर परिजन दौड़कर उसके कमरे में पहुंचे।
किशोरी के कमरे में पहुंचते ही परिजन मांग में भरा सिंदूर देखकर अवाक रह गए। सुनिधि हड़बड़ाई हुई थी। उसने परिजनों को बताया कि अभी इच्छाधारी नाग उसके कमरे में आया था और उसकी मांग में सिंदूर भरकर उसे नागलोक ले गया था।
उसने कहा कि इच्छाधारी नाग ने विवाह करके उसे अपनी पत्नी बना लिया है। नागदेवता ने कहा कि वह उसे इस दुनिया से अपनी दुनिया में ले जाएगा। इस घटना से किशोरी का पूरा परिवार डर गया।
इसी बीच 17 जुलाई को रात 9 बजे घर की बाड़ी में कुएं के पास निकली किशोरी अचानक गायब हो गई जो दूसरे दिन 18 जुलाई को तड़के पांच बजे वापस कुएं के पास मिली।
परिजनों के पूछने पर उसने बताया कि इच्छाधारी नाग उसे अपने साथ नागलोक ले गया था और उसे राशन सामग्री देकर खाना बनाने को कहा। साथ ही सोने-चांदी के आभूषण देकर उसे पहनने के लिए कहा था।
सुनिधि के अनुसार उसने गहने लेने से इनकार करते हुए खाना बनाने से इनकार कर दिया। किशोरी की इन बातों ने परिजनों को और भी विचलित कर दिया है। सुनिधि की मां और परिजन घटना को सही बता रहे हैं और चिंता के साथ सदमे में हैं। वे इसे लेकर सशंकित हैं कि उनकी पुत्री का विवाह कैसे होगा और इन बातों के सामने आने के बाद उनकी पुत्री से कौन विवाह करेगा।
किशोरी सुनिधि के परिजन एवं पड़ोसियों ने बताया कि माथे पर लगाए गए सिंदूर को धोने की कोशिश करने पर किशोरी छटपटाने लगती है। सिंदूर धोने के बाद हल्का जरूर होता है लेकिन बाद में पुनः गहरे रंग में हो जाता है। ऐसे में किशोरी के परिजन व ग्रामीणों को लगने लगा है कि सचमुच इच्छाधारी नाग ने उसके साथ विवाह कर उसे अपना जीवनसाथी बना लिया है।
सुनिधि ने दावा किया कि आंख बंद करते ही इच्छाधारी नाग उसके पास पहुंच जाता है, जिससे उसे सुकून की अनुभूति होती है। उसका कहना है कि बीते बुधवार की रात को भी इच्छाधारी नाग आया था और उसने उससे माफ करते हुए इसी दुनिया में छोड़ देने के लिए कहा था।
किशोरी के अनुसार इच्छाधारी नाग ने उसे इसी दुनिया में छोड़ देने के लिए तो कहा, साथ ही चेताया कि यदि उसने किसी अन्य युवक से विवाह किया, तो वह युवक मर जाएगा।
गांव की ढोढ़ी में हैं नागदेवता
किशोरी और गांव के सरपंच राम प्रसाद पैकरा एवं ग्रामीणों ने बताया कि जूनापारा में पुश्तैनी लांझा ढोढ़ी में गांव के नागदेवता रहते हैं। किशोरी ने बताया कि पिछले करीब दो माह से कोई दैवीय शक्ति उसे तीन-चार दिन में ढोढ़ी के पास खींचकर ले जाती है, जहां उसे इच्छाधारी नाग का दर्शन होता है।
किशोरी के पिता ने बताया कि इस घटना से विचलित होकर वे बीते बुधवार को अपनी पुत्री को लेकर गांव के ही देवार समल साय पैकरा के पास गए थे। उसने बताया कि वह इच्छाधारी नाग ही है। एक साल बाद वह किशोरी को छोड़ देगा।
दूसरी ओर जिले के मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.के के ताम्रकार का कहना है कि मेडिकल साइंस में इन सब बातों का कोई महत्व नहीं है। ये मानसिक रोग का मामला नजर आ रहा है। मानसिक रोगी ऐसी हरकत कर सकते हैं। उक्त किशोरी को मानसिक इलाज की जरूरत है। मनोरोग विशेषज्ञ से संपर्क करके किशोरी की मनःस्थिति जानकर उपचार कराया जाना चाहिए।