सबगुरु न्यूज-सिरोही। आपका जिला आपकी सरकार कार्यक्रम के तीसरे दिन शनिवार को मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने औचक निरीक्षण के दौरान डोडुआ अटल सेवा केन्द्र के ई-मित्र केन्द्र पर दर सूची नहीं लिखी देख जिला कलक्टर से कहा कि आप टांग दो दो-चार को।
राजे ने यहां पर सरकारी मापदंड के अनुसार दर सूची नहीं लगी देखकर उन्होंने कहा कि इन लोगों की ऐसी हिम्मत कैसे हो जाती है।
राजे के यहां पहुंचने पर उन्हें एक ए-4 से भी छोटे पेपर पर दर सूची लगी हुई दिखी। जो कि मापदण्ड के तहत नहीं आती है। इस बीच किसी ने ई-मित्र पर निर्धारित दर से ज्यादा राशि लेने व आधार कार्ड के भी पैसे वसूलने की बात कही तो उन्होंने कलक्टर से कहा कि आपको जानकारी होने के बाद भी आपने कार्रवाई क्यों नहीं की।
मुख्यमंत्री ने डोडुआ में ग्राम पंचायत कार्यालय में जाकर आवंटित राशि एवं खर्च के हिसाब का निरीक्षण किया और संतोषजनक नहीं पाए जाने पर सभी रिकॉर्ड मौके पर ही जब्त कर जिला कलेक्टर को इनका ऑडिट करने के निर्देश दिए। उन्होंने अणगौर गांव में बंद सोलर स्ट्रीट लाईट को तत्काल ठीक करवाने और जिले में सोलर लाईटों की समय पर रिपेयरिंग के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने सवेरे करीब साढे आठ बजे न्यूनतम गाडियों के साथ रामपुरा, जावाल, बरलूट, कालन्द्री, डोडुआ, अणगौर, रामपुरा होते हुए सिरोही में गोयली रोड स्थित जीएसएस पर पहुंची। वहां से फिर सर्किट हाउस लौटीं।
-बरलूट में सुरक्षा दीवार के हाल देखकर हुई खफा
मुख्यमंत्री जावाल से जब बरलूट जा रही थी, तो रास्ते में ही एक पुलिया की सुरक्षा दीवार टूटी हुई मिली। इस सुरक्षा दीवार की नींव हिली हुई थी। उनके साथ मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने इसे हिलाया तो यह हिल रही थी। इस पर मुख्यमंत्री ने नाराजगी जताई।
उन्होंने सार्वजनिक निर्माण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री डीबी गुप्ता को फोन कर जांच के निर्देश दिए। अंग्रेजी में कहा कि सम वन मेक लोट ऑफ मनी कोई इस काम में काफी पैसा बना रहा है। बाद में मोबाइल के दूसरी ओर स्थित व्यक्ति को उन्होंने पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन एईएन को भेजने को भी कहा।
-गोयली में गंदगी को देखकर भडकी राजे
मुख्यमंत्री अपने औचक दौरे के दौरान सिरोही से सीधे गोयली पहुंचीं। वहां पर वह गंदगी देखकर भडक गईं। यहां पर पानी की टंकी के चारों और ही गंदगी थी। इस पर मुख्यमंत्री ने वहां के लोगों को जानकारी के लिए बुलवाया। उन्हें अचानक वहां पर देखकर लोग भी हतप्रभ थे। उन्हें देखकर पास आने से भी ठिठक रहे थे। लोगों को यह किसी आष्चर्य से कम नहीं लग रही थी। राजे के साथ मौजूद अधिकारियों ने जब उन्हें समझाया तो वह मुख्यमंत्री के पास आए। मुख्यमंत्री ने समस्या पूछी तो उन्होंने सीधे कहा कि यहां पर भाजपा का ही बोर्ड है। मुख्यमंत्री ने उन्हें कहा कि आप चिंता क्यों कर रहे हो मै खुद ही यहां आई हूं ना। ये कहकर एक तरह से उन्होंने यह संदेश भी देने की कोषिष की कि अनियमितताएं किसी की भी हों वह सुनेंगी।
यहां मुख्यमंत्री ने जलदाय विभाग की टंकी की साफ-सफाई के बारे में स्थानीय लोगों से सवाल किया कि क्या टंकी की नियमित सफाई होती है। स्थानीय महिलाओं द्वारा सफाई नहीं होने की बात कहने पर उन्होंने इस बारे में 7 दिन में जांच पूरी करने एवं लापरवाही सामने आने पर दोषी अधिकारी कर्मचारियों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसके बाद वे करीब पौने नौ बजे गांव के किसान सेवा केन्द्र सह नॉलेज सेंटर पहंुचीं, जहां ताला लगा मिला। मुख्यमंत्री ने स्थानीय लोगों से पूछा कि यह केन्द्र समय पर खुलता है या नहीं और क्या यहां लोगों को जरूरी सेवाएं मिल रही हैं अथवा नहीं।
-जावाल में गाडी रोक कर सुनी समस्या
मुख्यमंत्री जावाल पहुंची। वहां पर गाडी रोककर उन्होंने ग्रामीणों से समस्याएं सुनी। ग्रामीणों ने उनका अभिनन्दन किया। उन्होंने पूरे गांव में चक्कर लगाकर लोगों से यहां हुए विकास कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने जिला कलेक्टर को निर्देश दिए कि ग्राम पंचायतों को आवंटित किए गए बजट की जानकारी सम्बन्धित पंचायत परिसर में दीवार पर अंकित की जाए, ताकि बजट का पूरा सदुपयोग सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने गांव में गंदगी एवं सड़कों पर जल भराव को लेकर भी नाराजगी जाहिर की।
-कालन्द्री में बच्चों से कहा नियमित स्कूल आओ
कालन्द्री राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल की नवीं क्लास में पहुंचकर मुख्यमंत्री ने बच्चों की पढाई के बारे में उत्सुकता दिखाई। उन्होंने उनसे जाना कि वह क्या पढ रहे हैं। बच्चों के प्रस्तुतिकरण ने उन्हें हर्षित भी किया। आगे की टेबल पर बैठे बच्चों की किताबों को पलटकर उनके उसमें शामिल विषयों की जानकारी भी ली। निकलते हुए उन्होंने विद्यार्थियों को नियमित स्कूल में आने की नसीहत भी दी। उन्होंने स्कूल की प्रिंसिपल से वहां बच्चों के लिए उपलब्ध शिक्षण, कम्प्यूटर, पेयजल, खेलकूद एवं अन्य सुविधाओं के बारे में विस्तार से जानकारी ली। इसके बाद मुख्यमंत्री ने बरलूट में ओवरहेड वाटर टैंक की साफ-सफाई के बारे में स्थानीय लोगों से जानकारी हासिल की।
-अणगौर और रामपुरा में लोगों से जानी समस्या
अपने औचक निरीक्षण में सिरोही लौटते हुए मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अणगौर और रामपुरा में राह में खडे ग्रामीणों से भी समस्याएं पूछी।
-नेता आए तो रवाना किया
मुख्यमंत्री के औचक दौरे की सूचना भाजपा के दो प्रमुख नेताओं को मिल गई। इस पर गोयली में वह उनके पास ही पहुंच गए। मुख्यमंत्री की नजर जैसे ही उन पर पडी उन्होंने दोनों नेताओं को वहां से रवाना होने को कहा। दरअसल, मुख्यमंत्री को पता था कि उन्हें सबसे ज्यादा शिकायत उन्हीं की पार्टी और अधिकारियों की मिल सकती है। यदि वह साथ रहते तो लोग कुछ भी शिकायत करने से हिचकते, इसलिए उन्होंने निरीक्षण के दौरान किसी नेता को और जिला कलक्टर को छोडकर किसी अधिकारी को साथ नहीं रखा।
-भारी बारिश और सडकों पर भरा पानी
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भारी बारिष में औचक निरीक्षण करने के लिए निकली थी। इस बारिष में अपनी गाडी से उतरकर छाते में उन्होंने अनियमितताएं भी देखी और लोगों से बातचीत भी की। जिन रास्तों से वह गुजरी वहां पर जबरदस्त पानी भरा हुआ था।
-डिस्कॉम अधीक्षण अभियन्ता को चार्ज शीट
मुख्यमंत्री श्रीमती राजे ने सिरोही में गोयली रोड पर डिस्कॉम के अधीक्षण अभियन्ता कार्यालय जाकर रिकॉर्ड जांचे, जिनमें ट्रांसफार्मर 72 घंटे की तय अवधि में ठीक करना दर्ज पाया गया। जबकि इस बारे में लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि ट्रांसफार्मर बदलने में सात दिन से लेकर एक महीने तक का समय लग रहा है।
उन्होंने मौके पर स्थानीय लोगों को बुलाकर भी पूछताछ की, जिस पर बिजली कनेक्शन देने, ट्रांसफॉर्मर लगाने सहित विभिन्न कार्यों में भ्रष्टाचार एवं अनियमितता जैसी शिकायतें मिलीं। इस पर मुख्यमंत्री ने मौके पर ही मौजूद जोधपुर डिस्कॉम की एमडी आरती डोगरा को तत्काल इस संबंध में सख्त कार्रवाई कर दोषी अधिकारी – कर्मचारियों को हटाने के निर्देश दिए। जिसके बाद जोधपुर डिस्कॉम के अधीक्षण अभियन्ता श्री इम्तियाज बेग को इस मामले में चार्ज शीट दी गई।
-युवा सरपंच के कामकाज की सराहना
इसके बाद श्रीमती राजे रामपुरा पहुंचीं, जहां उन्होंने सरपंच सुश्री मनीषा बंसल से ग्राम पंचायत में विकास कार्यों तथा सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन के बारे में पूछताछ की। यहां भामाशाह योजना की शत प्रतिशत सीडिंग की जानकारी मिलने पर मुख्यमंत्री ने प्रसन्नता व्यक्त की।
उन्होंने एक ही परिसर में स्थित सहकारी मिनी बैंक, पीडीएस तथा अन्नपूर्णा भण्डार का निरीक्षण भी किया। यहां जब उन्हें पता चला कि अन्नपूर्णा भण्डार में पोस मशीन के जरिए सफलतापूर्वक सामग्री ग्रामीणों को उपलब्ध करवाई जा रही है तो उन्होंने इसकी सराहना करते हुए जिला कलेक्टर को कहा कि अन्य ग्राम पंचायतों में भी इसी तरह फ्लैगशिप योजनाओं की क्रियान्विति सुनिश्चित की जाए।