लखनऊ। ग्यारह साल पहले श्रमजीवी एक्सप्रेस बमकांड के आरोपी आलमगीर को जौनपुर जनपद की अपर सत्र न्यायालय ने शनिवार को फांसी की सजा सुनाई है। अपर सत्र न्यायाधीश प्रथम बुधीराम यादव ने अपना फैसला शुक्रवार को सुरक्षित रखा था।
बता दें कि 28 जुलाई वर्ष 2005 में श्रमजीवी एक्सप्रेस में बम विस्फोट हुआ था। भीषण हादसे में बारह लोगों की मौत हो गयी थी और चालिस से ज्यादा लोग घायल हुए थे। इस बमकांड में पकड़े गए आतंकी आलमगीर निवासी बांग्लादेश को जेल में रखा गया था।
इस मामलें की सुनवाई अपर सत्र न्यायाधीश प्रथम बुधीराम यादव कर रहे थे। शनिवार को ने अपना निर्णय सुनाते हुए न्यायालय ने आलमगीर को दोषी करार दिया और फांसी की सजा सुनाई है।
जानकारी के अनुसार श्रमजीवी एक्सप्रेस बमकांड का एक और आरोपी ओबेदुर्रहमान का फैसला आगामी 2 अगस्त को आएगा।
वहीं श्रमजीवी एक्सप्रेस कांड में दो और आरोपी हिलाल और नफीकुल विश्वास मर्डर के मामले में 17 नवंबर 2005 को गिरफ्तार किए गए थे। तब से वे हैदराबाद जेल में बंद हैं। उनका केस विचाराधीन है।