रायपुर। रायपुर के खमतराई क्षेत्र में मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना के साथ-साथ दिल-दहला देने वाली वारदात सामने आई है। इस इलाके की एक महिला पर आरोप है कि उसने पड़ोस में रहने वाली 12 साल की मासूम आरती को इसलिए आग के हवाले कर दिया कि उसे शक था कि वह चोरी करती है।
घटना सोमवार शाम की है जब मासूम लडक़ी अपने छोटे भाई के साथ कंचा खेलते हुए पड़ोस में रहने वाली आशा जायसवाल के घर में घुस गई। आरती घर में जब कंचा मांगने गई तो आशा ने उसे घर में बंद कर दिया।
इसके बाद आरती पर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा दी और खुद दरवाजा बंद कर बाहर निकल गई। इस दौरान आरोपी महिला आशा ने आरती की मां गीता को खबर पहुंचाई कि उसकी बेटी को जला दिया है, वह आकर उसे ले जाए।
लडक़ी की मां गीता, चीखती-चिल्लाती भागती हुई पड़ोसी के घर पहुंची। तब तक वारदात को काफी समय गुजर चुका था। गीता ने शोर मचाया तब मोहल्ले वालों ने आशा के घर का दरवाजा तोडक़र आरती को निकाला और उसे अस्पताल पहुंचाया। वह 80 प्रतिशत झुलस चुकी थी।
उधर आरोपी के पति रामगोपाल ने अपनी पत्नी के इस जघन्य कृत्य की सूचना खमतराई थाना पुलिस की दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने घर से ही आशा को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आशा ने कहा कि उसके घर में लगातार चोरी हो रही थी।
उसे आरती पर शक था, इसलिए उसने उसे कमरे में बंद किया। हालांकि आरोपी महिला ने आरती के उपर मिट्टी का तेल डालकर आग लगाने से इनकार किया है। उधर, गंभीर रूप से झुलसी आरती ने मंगलवार सुबह इलाज़ के दौरान दम तोड़ दिया।
आरती ने अपनी मौत से पहले मजिस्ट्रेट को दिएबयान में कहा कि पड़ोसी महिला आशा ने उसे घर में बंद कर फिर मिट्टी का तेल डालकर उसके शरीर पर आग लगा दी थी। पुलिस ने आरोपी महिला को गिरफ्तार कर हत्या का मामला दर्ज कर लिया है।