अजमेर। सेवा व स्मरण करते हुए अपने जीवन में ईष्टदेव की आराधना करनी चाहिए यह आशीर्वचन स्वामी बंसतराम दरबार के सांई ओमप्रकाश, निर्मलधाम के स्वामी आत्मदास उदासीन, प्रेम प्रकाश आश्रम के दादा नारायणदास ने झूलेलाल चालीहो उत्सव के मौके पर वयक्त किए।
सिन्धु समिति की ओर से इच्छापूर्ण झूलेलाल मन्दिर चांद बावडी के सहयोग से चल रहे झूलेलाल चालीहो उत्सव के तहत मदार स्थित झूलेलाल मन्दिर जे.पी. नगर 1 मदार में धार्मिक आयोजन किया जा रहा है।
धार्मिक आयोजन के दौरान संतों ने ईष्टदेव झूलेलाल के चालीहो का महत्व समझाया तथा निरंतर घर व मन्दिर में पूजा अर्चना करते हुए जीवन में सादगी की प्रेरणा दी।
मन्दिर सेवा समिति की अध्यक्ष पुष्पा साधवाणी ने बताया कि मंदिर में उत्सव का शुभारंभ संतों के साथ सिन्धी समाज महासमिति के अध्यक्ष कवंलप्रकाश किशनानी, भारतीय सिन्धु सभा के प्रदेश महामंत्री महेन्द्र कुमार तीर्थाणी, सिन्धु समिति के अध्यक्ष जयकिशन लख्याणी द्वारा इष्टदेव झूलेलाल की पंचजोत प्रज्जवलन से किया गया।
कार्यक्रम में मशहूर कलाकार घनश्याम भगत के साथ कलाकारों ने संगीत के कार्यक्रम व भजन पंजणों को गाकर माहौल भक्तिमय कर दिया। कार्यक्रम कें अंत में 151 दीपकों से दीपदान व महाआरती व आम भण्डारें का आयोजन किया गया। उत्सव का विशाल समापन 25 अगस्त को अनासागर जेटी पर किया जाएगा।
इच्छापूर्ण झूलेलाल मन्दिर की ओर से ऐसे आयोजन निरंतर 40 दिनों तक अलग अलग कॉलोनी व मन्दिरों में चल रहे हैं।
उत्सव में विकास समिति के अध्यक्ष मनोज नानकाणी, दयाल कलवाणी, लक्षमण आलवाणी, राजकुमार किशनचंद सोनी, लीला आसवाणी, शान्ता परमार, कविता करनाणी, रेखा, सीता पागराणी ने सभी का स्वागत करते हुए सेवा की।
कार्यक्रम में मोहन तुलस्यिाणी, महेश टेकचंदाणी, मनोज आहूजा, नारी वाघनाणी, नरेन्द्र बसराणी सहित अलग अलग संगठनों के कार्यकर्ता उपस्थित थे।