आबूरोड। नगरपालिका द्वारा ठेकेदार को एक ही सड़क के दो भुगतान करने का मामला सामने आया है। पालिका अधिकारियों ने आंख बंदकर ठेकेदार को भुगतान कर दिया। ऐसे में पालिका अधिकारियों की कार्यशैली सवालों के घेरे में है। मामले की निष्पक्ष जांच होने की आवश्यकता है।
पालिका द्वारा गत दो वर्ष पूर्व 10 अप्रेल 2012 को विभिन्न निर्माण कार्यो की निविदा प्रकाशित की गई। निविदा सूचना एबीआर/एमयूएन/निर्माण/2011/78 द्वारा निर्माण कार्यो की सीलबंद निविदाएं आमंत्रित की गई। जिसके क्रम संख्या 10 पर वार्ड संख्या 10 में दो लाख की लागत से सड़क निर्माण कार्य व क्रम संख्या 11 पर वार्ड संख्या 11 में तीन लाख की लागत से सड़क निर्माण कार्य करवाना प्रस्तावित था।
कार्य करवाए जाने की निविदाएं आमंत्रित कर न्यूनतम दर दाताओं को निर्धारित समयावधि में कार्य करने के लिए कार्योदेश जारी कर दिए गए। वार्ड संख्या 10 व वार्ड नं. 11 में सीसी सड़क निर्माण दोनों कार्यो के कार्योदेश एक ही फर्म के नाम जारी किए गए। जिसके तहत उक्त फर्म ने जैन धर्मशाला क्षेत्र में स्थित डॉ. ओपी गोयल से नन्दू किराणे वाले तक एवं पत्थरगली में गिरधारीलाल मित्तल से मोहन बर्तन वाले की दुकान तक सीसीरोड का कार्य किया गया।
दोनों अलग-अलग वार्ड
परिसिमन के अनुसार पत्थरगली के एक तरफ वार्ड नं. 10 व दूसरी तरफ वार्ड नं. 11 आता है। ठेकेदार ने इसी का लाभ उठाया। एक ही निर्माण कार्य को दोनों वार्डो में अलग-अलग निर्माण कार्य बताकर दोनो ही वार्डो के नाम से एमबी में इन्द्राज करवा दिया। अलग-अलग बिल बनाकर भुगतान उठा लिए। जबकि मौके पर एक ही निर्माण कार्य हुआ है ।
कार्यशैली संदेह के दायरे में
अजब नगरपालिका की गजब कार्यशैली है। तत्कालील कनिष्ठ अभियंता ने एमबी भरने से पहले मौके का भौतिक सत्यापन करने की जेहमत नहीं उठाई। एक ही वार्ड की सड़क को दो वार्डो में होने का उल्लेख कर दिया। ऐसे में बिना भौतिक सत्यापन के किए गए भुगतान में गडबड़झाला होने की संभावनाएं है।
हो गया भुगतान
पालिका द्वारा वार्ड में सड़क निर्माण करवाए जाने का आश्वासन दिया जाता रहा है। मैरे द्वारा व्यक्तिगत तौर पर जांच करने पर इसके भुगतान होने की जानकारी मिली है। मामले में प्राथमिकी दर्ज करवाई जाएगी।
-कमलेश सोलंकी, पार्षद, वार्ड दस, आबूरोड