अल्मोडा़/देहरादून। कांग्रेस के बागी नेता और उत्तराखण्ड के पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत के नेता हरक सिंह रावत ने असम की एक महिला द्वारा लगाए गए दुष्कर्म के आरोप को निराधार करार दिया है।
दिल्ली में संवाददाता सम्मेलन करके रावत ने पूर्व में महिला द्वारा लगाए गए आरोपों को बेबुनियाद बताया है। इससे पहले बुधवार को ही जिस महिला ने रावत के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया था, उसने आरोप वापस ले लिया था। महिला ने अपने बयान में कहा है कि उसके साथ कोई दुष्कर्म नहीं हुआ है।
महिला ने मीडिया के सामने कहा कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत के लोगों ने उस पर हरक सिंह रावत के खिलाफ मामला दर्ज कराने का दबाव डाला था, जिसके बाद महिला ने हरक सिंह रावत के खिलाफ केस दर्ज कराया था।
पांच दिन पहले गत शुक्रवार को असम की एक महिला ने दिल्ली के सफदरगंज थाने में दुष्कर्म की शिकायत दर्ज कराई थी।
हरक सिंह मामले को लेकर सड़क पर उतरी भाजपा
उत्तराखण्ड सरकार में पूर्व कैबिनेट मंत्री रहे भाजपा नेता हरक सिंह रावत पर दुष्कर्म के आरोप लगाने वाली महिला के अपने बयान बदलने पर भाजपा फिर से कांग्रेस के खिलाफ सड़क पर उतर आई।
इस पूरे घटनाक्रम को साजिश करार देते हुए भाजपा कार्यकर्ताओं ने माल रोड चैघानपाटा पर एकत्र होकर प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की साथ ही मुख्यमंत्री का पुतला फूंका।
बता दें कि इस घटना ने उत्तराखण्ड की सियासत में एक बार फिर से भूचाल ला दिया है। प्रदेश की रावत सरकार इस मुद्दे को भुनाने की पूरी कोशिश की लेकिन अब गेंद भाजपा के पाले में है। मुख्यमंत्री हरीश रावत को इस प्रकरण पर भाजपा घेरने का पूरा प्रयास करेगी।
हरक सिंह रावत पर बलात्कार का आरोप लगाने वाली महिला के नए बयान से उत्तराखंड मुख्यमंत्री की परेशानियां बढ़ गई हैं। वहीं भाजपा रावत के इस्तीफे की मांग कर रही है।
महिला ने मुख्यमंत्री हरीश रावत के दबाव में मुकदमा दर्ज करने की बात कही है। लिहाजा, हरीश रावत के लिए यह बयान मुसीबत खड़ी कर सकता है।