रियो डी जेनेरियो। ओलंपिक खेलों की टेनिस स्पर्धा के पुरुष युगल मुकाबले में रोहन बोपन्ना के साथ पहले ही दौर में मिली हार से निराश लिएंडर पेस ने कहा कि इस समय मैं निराश हूं। मुझे अपने सातवें ओलंपिक खेलों का लुत्फ उठाने का मौका नहीं मिला।
इस उम्र में भी खेलते रहने के लिए आपको काफी कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। पेस ने माना कि उनके ओलंपिक करियर में कुछ चीजें अधूरी रहीं जैसे कि युगल में कभी भी पदक ना जीत पाना।
उन्होंने कहा कि जहां तब ओलंपिक में युगल की बात है, एथेंस में जो हुआ वह दुखद था। वह खुशी का पल नहीं था। हम एक समय मैच प्वाइंट पर थे, कांस्य पदक का मैच था। हमें पदक जीतने के लिए मैच प्वाइंट चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं हुआ और यह हमेशा मेरे जेहन में रहता है।
अतीत की खूबसूरती यह है कि आप उसे बदल नहीं सकते, आप उससे बस सीख सकते हैं। पेस ने कहा कि वह फिट रहें तो 2020 में तोक्यो में अपने आठवें ओलंपिक में भी हिस्सा लेना चाहेंगे।
यह पूछे जाने पर कि क्या युगल ओलंपिक पदक के बिना उनके सुनहरे करियर की चमक कुछ कम हो जाएगी, पेस ने कहा कि मुझे अपनी उपलब्धियों पर गर्व है। मैं एक आसान निशाना हूं, इसलिए लाग मेरे पीछे पड़े रहना चाहते हैं।
ठीक है, ऐसा करिए। मैं भी एक आम इंसान हूं, अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहा हूं। लेकिन लिएंडर एक आसान लक्ष्य है। मैं आगे बढ़ता रहूंगा क्योंकि मेरा संकल्प दृढ़ है। मुझे पता है कि काफी मनगढंत कहानियां बनाई जा रही हैं।