जयपुर। देश में सबसे ज्यादा प्रसार संख्या वाली पाक्षिक पत्रिका पाथेय कण के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण सोमवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख डॉ. मनमोहन वैद्य और प्रसिद्ध फिल्म निर्माता- निर्देशक और फिल्म सेंसर बोर्ड के सदस्य डॉ. चन्द्रप्रकाश द्विवेदी ने किया।
इस अवसर पर माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्व विद्यालय के कुलपति बी.के. कुठियाला और प्रसिद्ध संत सुबोधगिरि महाराज भी मौजूद थे।
कार्यक्रम के प्रारंभ में पाथेय कण के प्रधान संपादक कन्हैयालाल चतुर्वेदी ने कार्यक्रम की भूमिका रखा। उन्होंने बताया कि पाथेय कण राजस्थान के 22 हजार गांवो में पहुंचती है। हमारा लक्ष्य राज्य के इसे सभी 32 हजार गांवो और ढ़ाणियों तक पहुंचाने का है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संत सुबोध गिरि महाराज ने कहा कि धर्म निरपेक्षता भारतीयता का आधार नहीं है, यह पश्चिम की कल्पना है। हमारे यहां राष्ट्र एक सांस्कृतिक इकाई है, जबकि पश्चिम राष्ट्र को एक राजनीतक इकाई मानता है।
उन्होंने कहा कि जब देश में साढ़े पांच सौ से अधिक रियासतें थी, इसके बाद भी भारत एक सांस्कृतिक राष्ट्र था।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख डॉ. मनमोहन वैद्य ने कहा कि हिन्दुत्व का मतलब राष्ट्रीय बनना और उसकी विचार परंपरा से जुड़ना है।
इस देश को जो लोग एक सूत्र के रूप में देखना नहीं चाहते वे ही हिन्दुत्व शब्दावली पर प्रहार करते हैं, वो यह नहीं चाहते कि हम एक रहे।