इटानगर। अरुणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेसी नेता तथा अंजाओ जिले के हाइलोंग विधानसभा क्षेत्र के विधायक कालिखो पुल का शव मंगलवार की सुबह 8 बजे फंदे से लटकता मिला। इस खबर से पूरे राज्य में शोक की लहर दौड़ गई है। कलिखो पुल के निधन को आत्महत्या से जोड़कर देखा जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि पुल इटानगर के सीएम आवास निती विहार में रहते थे। सुबह वहां पर काम करने वालों ने आवास के प्रभारी को इसकी सूचना दी। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने पूरे आवास को सील कर जांच आरंभ कर दिया है। पुल का जन्म 20 जुलाई, 1969 को हुआ था। उन्होंंने कई मुख्यमंत्रियों के साथ मंत्री के रूप में भी काम किया था।
सूत्रों का कहना है कि बीते कल शाम को पुल निती विहार में पहुंचे थे। उसके बाद से वे बाहर नहीं गए थे। माना जा रहा है कि उन्होंने खुदकुशी सुबह 8 बजे के आसपास की है। पुलिस मामले की गहराई से छानबीन में जुट गई है।
सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में समर्थक निती विहार के निकट जमा हो गए हैं तथा कांग्रेसी विधायकों को वहां जाने से रोक रहे हैं। आक्रोशित भीड़ ने मंत्रियों के बंगलों में की तोड़फोड़, पूर्व सीएम पुल के लिए लाए गए कॉफिन को किया आग के हवाले कर दिया।
ज्ञातव्य है कि मुख्यमंत्री की कुर्सी जाने के बाद से पुल गहरे अवसाद में थे। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुल की मौत कांग्रेसी विधायकों की बदनीयती का नतीजा है।
उल्लेखनीय है कि पुल की तीन पत्नियां हैं तथा 7 बच्चे हैं। घटना की सूचना पाकर मंत्री, कांग्रेस, भाजपा व पीपीए के विधायक व अन्य लोग नीति विहार पहुंच रहे हैं।
राजनेताओं ने कलिखो पुल की मौत पर शोक व्यक्त किया
अरुणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कलिखो पुल की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु पर राजनीतिक जगत ने दुख जताया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व मुख्यमंत्री कलिखो पुल के निधन पर कहा कि कलिखो के निधन की इस घड़ी में मेरे विचार कलिखो के परिवार और उनके समर्थकों के साथ हैं। अरुणाचल प्रदेश उन्हें अपनी सेवा के लिए हमेशा याद रखेगा।
वहीं प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने मंगलवार को कहा कि अरुणाचल के पूर्व मुख्यमंत्री कलिखो पुल की मौत की खबर चौंकाने वाली है। इसके साथ ही अरुणाचल के पूर्व मुख्यमंत्री नबाम तुकी ने भी कलिखो की मौत पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कलिखो पुल जैसे युवा नेता हमारे बीच नहीं रहे।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी मौत पर शोक व्यक्त किया है। राहुल गांधी ने कहा कि कलिखो पुल की मौत से सदमे में हूं।
पुल की उम्र 47 साल थी। उन्होंने 19 फरवरी 2016 से 13 जुलाई 2016 तक प्रदेश में तुकी सरकार के खिलाफ विद्रोह करने वाले विधायकों का नेतृत्व किया था और अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पद का दायित्व संभाला था। सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद उन्हें पद छोड़ना पड़ा था।