भरुच। गुजरात के आदिवासी बहुल नर्मदा जिले में जिला प्रशासन की ओर से स्वच्छता जागरुकता के लिए एक नया प्रयोग बुधवार को किया गया और ६ लाख लोगों ने एक साथ एक ही समय पर साबुन से हाथ धोया। कार्यक्रम को लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिर्काडस में शामिल कराने के लिए प्रयास किया जा रहा है।
जिला विकास अधिकारी रणजीत कुमार शिंदे की ओर से बनाई गई इस योजना को बुधवार को पूरे जिले में मूर्तरुप दिया गया। जिले के सभी गांवों व स्कूलों में एक साथ लोगों ने साबुन से हाथ धोया। प्रशासन की ओर से एक साथ साबुन से हाथ धोने व स्वच्छता का संदेश देने के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें छह लाख लोगो ने हिस्सा लिया।
बुधवार को पूरे नर्मदा जिले में एक साथ छह लाख लोग जिसमें बालक भी शामिल थे ने हाथ धोने के लिए बनाए गए कार्यक्रम हैंड वांशिग कार्यक्रम में भाग लिया। नर्मदा जिले में इस प्रकार का कार्यक्रम पहली बार आयोजित किया गया जिसकी लोगों ने काफी सराहना की।
जिला विकास अधिकारी रणजीत कुमार शिंदे ने बताया कि नर्मदा जिला पूरे गुजरात में सबसे पहले खुले में शौच क्रिया मुक्त जिला बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। बुधवार को ग्राम पंचायत व ग्राम स्तर पर स्वच्छता जागरुकता कार्यक्रम के तहत सुबह नौ बजे हैंड वांशिग कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इसके साथ ही साथ गांवों में ग्रामीणो की ओर से आत्म गौरव यात्रा निकाली गई। लोगों ने निर्मल नर्मदा जिला बनाने तथा गंदगी नहीं करने का संकल्प लिया।