रियो डी जेनेरियो। भारतीय टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा ने कहा कि उन्हें कोई अतिरिक्त दबाव महसूस नहीं होता।
सानिया ने कहा कि चाहे ओलंपिक हो या ग्रैंड स्लैम मुझे उतनी ही जिम्मेदारी महसूस होती है। यह बहुत कठिन है। अगर आपको प्रतियोगिता जीतनी है तो हर किसी को हराना होगा। आपको सबसे अच्छे की उम्मीद करनी होगी।
सानिया और बोपन्ना ने मिश्रित युगल के प्री-क्वार्टर फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया की सामंथा स्टोसुर एवं जॉन पीयर्स को हराया। यह पूछे जाने पर कि अब तक ओलंपिक में भारतीय दल के निराशाजनक प्रदर्शन के साथ पदक जीतने का कोई प्रभाव पड़ेगा।
सानिया ने कहा कि लोगों की इस पर (ओलंपिक) हर दिन और हर सुबह नजर होती है। खिलाड़ी के तौर पर हमें बार बार दबाव से निपटना होता है। बाहर जो हुआ, हम उन पहलुओं के बारे में नहीं सोच सकते।
उम्मीद है कि ऐसा होगा और हम या कोई और पदक जीतेगा। भारतीय जोड़ी अब क्वार्टर फाइनल में ब्रिटेन के एंडी मर्रे और हीथर वॉटसन से भिड़ेगी।