इंदौर। पति से हुए विवाद के बाद आग में बुरी तरह से झुलसी गर्भवती ने एक माह तक चले उपचार के बाद गुरुवार देर रात दम तोड़ दिया।
मृतका के पिता ने आरोप लगाया कि दहेज लोभी पति आए दिन उसे प्रताड़ित करता था, जिससे तंग आकर वह मायके में रहने लगी थी। पति ने मायके में आकर उससे विवाद किया और इस दौरान घासलेट डालकर आग लगा दी थी।
मामला आजाद नगर थाना क्षेत्र का है। मूसाखेड़ी स्थित मालवी मोहल्ला में रहने वाले हीरालाल सोलंकी अपनी गत 14 जुलाई को अपनी 26 वर्षीय बेटी रानी पति संजय को झुलसी अवस्था में उपचार के लिए अस्पताल लेकर पहुंचे थे। अस्पताल की सूचना पर पुलिस यहां पहुंची और परिजनों के बयान लिए।
पुलिस के मुताबिक हीरालाल ने बताया कि एक सप्ताह पूर्व रानी का उसके पति संजय से घरेलू बात को लेकर विवाद हुआ था। तब से रानी अपने पिता के घर रहने चली आई थी, रानी को छह माह का गर्भ था।
संजू उससे मिलने के बहाने आया था। बातचीत के दौरान ही विवाद करते हुए अपने साथ ने छिपाकर लाई गई बोतल में भरा केरोसीन जैसा कोई ज्वलनशील अनायास ही रानी के सिर पर डाला व माचिस की जलती तीनी से आग लगा दी। जिससे रानी के कपड़े व शरीर का ऊपरी भाग आग की लपटों में घिर गया तब आरोपी धोंस देते हुए मौके से भाग निकला।
रानी की चीख-पुकार सुनकर आए परिजन ने किसी तरह आग को बुझाया तब गंभीर रूप से घायल रानी को अस्पताल लेकर पहुंचे। मामले में पुलिस ने संजू बोड़ाना के खिलाफ हत्या के प्रयास की कार्रवाई कर उसकी खोज शुरू की थी।
घायल रानी के पिता ने बताया कि रानी को तीन माह बाद संतान होने वाली थी। संजू प्रसूती में होने वाले खर्च के मायके से रुपए लाने की मांग को लेकर रानी का मानसिक व शारीरिक प्रताडऩा देने लगा था। जिससे तंग आकर रानी प्रसूती के लिए अपने पिता के घर चली आई थी।
रुपए नहीं मिलने से खफा होकर ही दरिंदे पति ने रानी के मायके आकर जानलेवा हमला किया था। उपचार के दौरान ही रानी की निर्धारित समय से काफी पहले प्रसूती कराई गई थी, तब उसने मृत शिशु को जन्म दिया था। गुरुवार रात रानी की मौत होने के बाद पुलिस ने आरोपी पति संजय बौड़ाना के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज किया है।