लखनऊ। सावन के अंतिम सोमवार पर उत्तर प्रदेश के शिवालयों में आज भोर से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है। स्वतंत्रता दिवस के मद्देनजर भक्त हर-हर महादेव के साथ भारत माता की जय के भी नारे लगा रहे हैं।
तेज बारिश के बावजूद पूरे प्रदेश में सावन के अंतिम सोमवार को लेकर गजब का उत्साह है। वाराणसी स्थित काशी विश्वनाथ के मंदिर में बाबा विश्वनाथ के जलाभिषेक के लिए लोग लम्बी कतारों में खड़े हैं।
वाराणसी के अलावा राजधानी लखनऊ, इलाहाबाद, मथुरा, अयोध्या, कानपुर समेत पूरे प्रदेश में पवित्र सावन मास के अंतिम सोमवार को लेकर धूम मची है। श्रद्धालु भांग, बेलपत्र, धतूरा चढ़ाने के साथ भोले बाबा का अभिषेक कर रहे हैं।
काशी विश्वनाथ मंदिर में भोर से ही भक्तों की लंबी कतार लग गई है। चूंकि आज स्वतंत्रता दिवस भी है। ऐसे में वहां बाबा के भक्त तिरंगे की टोपी और दुपट्टा पहने नजर आ रहे हैं। वे हर-हर महादेव के साथ भारत माता की जय के नारे लगा रहे हैं।
लखनऊ में मनकामेश्वर मंदिर समेत सभी शिवालयों में सावन के अंतिम सोमवार पर भक्तों की भारी भीड़ जमा है। कुशीनगर में कुबेरनाथ स्थित प्राचीन शिव मंदिर में सीमावर्ती क्षेत्रों विशेषकर बिहार और नेपाल के हजारों श्रद्धालु भगवान शिव का जलाभिषेक कर रहे हैं।
संगम नगरी इलाहाबाद में भी सावन के अंतिम सोमवार पर शिव मंदिरों में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा है। मनकामेश्वर मंदिर, शिवकुटी और पंडिला महादेव मंदिर में तो भोर से ही भक्तों ताता लगा हुआ है। कानपुर में परमट इलाके के आनंदेश्वर मंदिर में देर रात से ही बाबा के दर्शन के लिए हजारों की संख्या में भक्तों की लंबी लाइन लगी हुई है।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
सावन के अंतिम सोमवार पर मंदिरों में भक्तों की होने वाली भीड़ को देखते हुए सूबे के हर जिले में स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। शासन की तरफ से भी इस संबंध में आवश्यक निर्देश दे दिए गए हैं।
सावन के अंतिम सोमवार का महत्व
सावन का चौथा और अंतिम सोमवार 15 अगस्त को आयुष्मान योग में पड़ा है। यह सोमवार प्रदोष व्रत को साथ लेकर आया है। इस दिन शिव की अराधना करने वाले जातकों की आयु में वृद्धि होती है।